हमारे देश में बहू और बेटी को परिवार की इज्जत समझा जाता हैं। लेकिन फिर भी कुछ ऐसे लोग हैं जो आज भी अपने घर की इज्जत कहीं जाने वाली अपनी बहू से वेश्यावृत्ति का धंधा करवाते हैं।
ऐसा देश की राजधानी दिल्ली से सटे हुए इलाकों में होता हैं। जहां परना समाज के लोग पहले खानाबदोशों की तरह जीवन यापन करते थे। लेकिन आज उन्होंने पक्के मकान बनाकर एक जगह रहने तो लग गए।
किन अपनी रुढि़वादी परम्परा के नाम पर आज भी अपने घर की महिला को वेश्यावृति के धंधे में धकेल देते हैं।
महिला भी इसको बुरा नहीं मानती, उनका मानना है कि यह तो हमारे समाज की परम्परा है।
कुछ लोगों का कहना है कि अगर दिल्ली या आसपास कोई रेप होता है तो हर कोई उसके बारे में जानना चाहता है।
लेकिन इन महिलाओं के साथ तो रोज ही रेप होता हैं। उसके लिए ना तो समाज और ना ही सरकार कुछ जानने या करने की सोचती हैं।
कुछ महिलाओं का कहना है कि यह काम वो पति की मर्जी से करती हैं। उनकी जिंदगी तो खराब हो गई लेकिन वो अपने बच्चों की जिंदगी को तो बेहतर बना सकती हैं।
परना समाज की महिलाएं यह आस लगाये बैठी है कि कभी तो कोई आएगा और उनके समाज की इस परम्परा को तोडक़र उनको इस नरक से आजादी दिलाएगा।