कहीं ओर की बात क्यों करें… यहां अपने ही देश में ऐसे आयोजन हो रहे हैं तो सवाल तो उठेगा ही और ये लाजमी है। हम जानते हैं आपको तो इसकी खबर भी नहीं होगी। तो बताइए, क्या आप जानते हैं परम्परा के नाम पर देश में ऐसे मेलों का आयोजन होता है जहां लोग सरेआम महिलाओं की बोली लगाते हैं..?
जी हां ये सत्य है। इसलिए चौंकिए मत। ये कोई आम मेला नहीं होता। इस मेले को ‘रेड लाइट एरिया’ के तौर पर ही जाना जाता है, जो अब पूरी तरह सज-धज कर तैयार हो चुका है। इसका नाम है ‘खगड़ा मेला’। पहली बार यहां जाने वाला हर शख्स वहां जाकर कई ऐसे चौंकाने वाली चीजों से परचित होता हैं, जिसके बारे में वह जानता तक नहीं है।
मीडिया में आई खबरों के मुताबिक बता दें यह मेला खगड़ा इलाका के रेड लाइट एरिया में ही लगता है। यह बिहार राज्य में पड़ता हैं। इस मेले को देखने आने वाले लोगों को लुभाने के लिए युवतियों और महिलाएं कई दिन पहले से ही खास तैयारियों में लग जाती है।
सबसे ज्यादा चौंकाने वाली बात तो ये कि देह की नुमाइस होने वाले इस बाजार की खबर पुलिस के पास भी है लेकिन सब जानती हुई भी अनजान बनी हुई है। मेले के समय तो यह भारत में वैश्यावृत्ति का मुख्य केंद्र बन जाता है।
एक हकीकत यह भी है कि वैश्यावृत्ति के इस दलदल में जो युवती या महिला आ जाती है, वह इस दलदल से दोबारा नहीं निकल पाती। यह दलदल किशनगंज में है। जहां कदम पड़ते ही तकदीरें बदल जाया करती हैं।
लेकिन इस अंधेरे, कमरों में जबरन लाई गई मासूम लड़कियों की धुंधली होती उम्मीदें चली जाती हैं। वो दोबारा कभी लौट के भी नहीं आती है। इन्हें पहले दोस्ती, फिर महंगे गिफ्ट देकर फांस लिया जाता है और एक दिन यहां लेकर बेच दिया जाता है।