खंडवा : लोकसभा चुनाव का बिगुल बज गया हैं पर अभी विधानसभा चुनाव का जिन ही पीछा नहीं छोड़ रहा। विधानसभा चुनाव के दौरान evm को लेकर मध्यप्रदेश में कांग्रेस ने जमकर बवाल कटा था। कांग्रेस ने आरोप लगाए थे की evm के साथ छेड़ छड़ की जा रही हैं साथ ही उन्हें मतदान अभिकर्ताओं को मतदान के दिन फार्म 17 C भी नहीं दिएजाने का आरोप लगाया । विधानसभा चुनाव के दौरान खंडवा , खरगोन , सतना , खुरई खबर आई थी की यहाँ evm में गड़बड़ी की जा रही हैं। इसी बात को लेकर विधानसभा चुनाव में खंडवा से कांग्रेस के केंडिडेट ने जबलपुर हाई कोर्ट में पिटीशन लगाई थी जिसके बाद आज हाई कोर्ट ने आदेश दिया हैं की जिन पोलिंग बूथ की मशीन को लेकर निर्वाचन याचिकाओं में आपत्ति की गई थी उन्हें सुरक्षित रखा जाए। बता दे की 50 evm मशीनों को अलग कर सुरक्षित रखा जा रहा हैं।
विधानसभा चुनाव के दौरान evm को लेकर मध्यप्रदेश में कांग्रेस ने अपनी नाराजगी जताई थी। कांग्रेस ने उस समय आशंका जताई थी कहा था कि evm में गडबडी की जा सकती हैं। मतदान के बाद स्ट्रांग रूम में रखी evm मशीनों पर भी कांग्रेस ने अपने पहरेदार बैठा दिए थे। खंडवा सहित प्रदेश के अन्य जिलों सतना ,खुरई , खरगोन में evm देरी से पहुंचने को लेकर विवाद की स्थति भी बानी थी। कांग्रेस ने आरोप लगाया था की मतदान के दौरान उनके अभिकर्ताओं को फार्म 17 C नहीं दिए गए थे। इसी बात को लेकर खंडवा में कांग्रेस के केंडिडेट रहे कुंदन मालवीय ने उच्च न्यायलय में याचिका दायर की थी। उनका कहना हैं कि हमने कुछ बिंदुओं के आधार पर यहाँ का चुनाव निरस्त करने की मांग की हैं।
इधर जिला निर्वाचन अधिकारी विशेष गढ़पाले ने बताया कि खंडवा विधानसभा में एक केंडिडेट द्वारा याचिका लगाई गई थी। जिसपर माननीय उच्च न्यायलय ने आदेश दिया हैं की जिन पोलिंग बूथ की मशीनों को लेकर आपत्ति ली गई थी। उनको सुरक्षित रखा जाए। उसके आलावा बाकि की evm को लोकसभा चुनाव में उपयोग किया जाए। जिसपर आज राजनैतिक प्रत्याशियों के सामने स्ट्रांग रूम खोल कर आज उन मशीनों को सुरक्षित रखने की प्रकिया कर रहे है। निर्वाचन अधिकारी ने बताया की ऐसी 50 evm मशीनें हैं जिन्हें अलग रखा जा रहा हैं।