खंडवा : माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय के विस्तार परिसर कर्मवीर विद्यापीठ में छात्र-छात्राओं ने हिन्दी दिवस बड़े हर्ष से मनाया गया। इस मौके पर विद्यार्थियों ने हिन्दी की दशा और दिशा पर कविता और भाषण के माध्यम से प्रकाश डाला।
वहीं दूसरी ओर प्राचार्य डॉ. रंजन सिंह ने हिन्दी पत्रकारिता में रोजगार के अवसर के बारे महती जानकारी दी। पत्रकारिता संस्थान कर्मवीर विद्यापीठ के छात्र-छात्रों ने संगोष्ठी के माध्यम से हिन्दी दिवस मनाया, कार्यक्रम में विद्यार्थियों ने बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया।
आदित्य तिवारी ने अपने ही अन्दाज में कविता के माध्यम से हिन्दी भाषा की गहराईयों को बताया। महेश तिवारी ने हिन्दी भाषा को एक सर्वोत्तम भाषा बताते हुए भारतेन्दु हरिशचन्द्र की कविता के माध्यम के हिन्दी के महत्व को बताया।
इसी कड़ी में छात्रा वर्षा शुक्ला ने हिन्दी भाषा के दशा और दिशा पर प्रकाश डाला। इसी क्रम मे छात्र श्रीकांत ने हिन्दी भाषा के इतिहास को बताया। जनसंचार के विद्यार्थी राहुल उपाध्याय ने हिन्दी दिवस के उद्भव और संविधान में के बारे में बताया। जनसंचार के ही विद्यार्थी मनीष अहिरवार ने स्वरचित कविता का पाठ किया। पत्रकारिता के विद्यार्थी धीरज चतुर्वेदी ने विदशों में हिन्दी के बढ़ते प्रभाव को बताया।
संस्था के पुस्तकालय प्रभारी ओमप्रकाश चौरे ने हिन्दी को अपनाए रखने की बात कहीं। संस्था के राजेन्द्र परसाई ने हिन्दी को भारत की संस्कृति का वाहक बताया। वहीं संस्था के प्राचार्य डॉ. रंजन सिंह ने हिन्दी के साथ-साथ पत्रकारिता में अन्य भाषा में भी पकड़ होने की आवश्यकता को बताया।
संगोष्ठी में उपस्थित सभी का आभार सहायक प्राध्यापक नितिन भगोरिया ने व्यक्त किया। मंच को संचालन शुभम राजपूत ने किया। कर्मवीर विद्यापीठ के समस्त अतिथि प्राध्यापक अरूण कुमार पाटिलकर, अंकुर राजावत, कर्मचारी उपस्थित रहे। इस कार्यक्रम में पत्रकारिता, जनसंचार और कम्प्यूटर विभाग के समस्त छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।