हिंदू महासभा की अलीगढ़ इकाई ने रविवार को एक हिंदू कैलेंडर जारी किया है। जिसको लेकर विवाद शुरू हो गया है क्योंकि इसमें मस्जिदों और मुगलकालीन स्मारकों के नाम बदलकर लिखा गया है।
इस कैलेंडर में जौनपुर के अटाला मस्जिद को अटाला देवी मंदिर और बाबरी मस्जिद को राम जन्मभूमि बताया गया है। इस मामले पर महासभा के राष्ट्रीय सचिव पूजा शकुन पांडे का कहना है कि हमने नए साल के मौके पर हवन का आयोजन किया है और इस देश को एक हिंदू राष्ट्र बनाने का संकल्प लिया है।
हिंदू महासभा ने दिल्ली के मेहरौली में स्थित कुतुब मीनार को विष्णु स्तम्भ बताया है। साथ ही मध्य प्रदेश के धार में स्थित कमल मौला मस्जिद को भोजशाला बताया है। माना जाता है कि यह स्थान विद्या की देवी मां सरस्वती से ताल्लुक रखता है।
हिंदू महासभा ने उत्तर प्रदेश के वाराणसी में स्थित ज्ञानव्यापी मस्जिद को काशी विश्वनाथ मंदिर बताया है। मुगल शासक औरंगजेब ने हिंदू मंदिर को तोड़कर यहां मस्जिद बनवा दी थी।
हिंदू महासभा ने मुस्लिमों के तीर्थ स्थल मक्का को मक्केश्वर महादेव का मंदिर बताया है। कुछ इतिहासकारों का कहना है कि पहले यह महादेव का मंदिर हुआ करता था।
हिंदू महासभा ने प्यार की इमारत और दुनिया के सात अजूबों में से एक ताजमहल को तेजो महालय शिव मंदिर बताया है। कुछ इतिहासकारों ने अपनी किताब में इसे हिंदू मंदिर बताया है।