मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा की रहने वाली साध्वी सरस्वती ने बुधवार (14 जून) को गोवा में कहा कि वो केंद्र की नरेंद्र सरकार से अनुरोध करेंगी कि “स्टेटस सिंबल” के तौर पर बीफ खाने वालों को चौराहे पर फांसी दी जाए। साध्वी सरस्वती ने हिंदू समुदाय से “अपनी महिलाओं को लव जिहाद बचाने के लिए” अपने घरों में “हथियार रखना चाहिए।” साध्वी सरस्वती चार दिवसीय आल इंडिया हिंदू कन्वेंशन के उद्घाटन सत्र में बोल रही थीं। ये आयोजन हिंदू जागृत समिति सनातन संस्था के साथ मिलकर करा रही है।
सनातन संस्था के कुछ सदस्यों पर अंधविश्वास विरोध और तर्कवादी नरेंद्र दाभोलकर की पुणे में 2013 में हत्या करने का मामला चल रहा है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस), भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) ने इन आयोजन से दूरी बनाए रखी और इन संगठनों का कोई नेता भी पोंडा स्थित कार्यक्रम में शामिल नहीं हुआ।
साध्वी सरस्वती ने तालियों की गड़गड़ाहट के बीच कहा कि आज की “सबसे बड़ी चुनौती” गैर-हिंदू को हिंदू बनाने की नहीं बल्कि “पहले हिंदू को ही हिंदू बनाना है।” अपने भाषण के दौरान साध्वी ने सेकुलर (धर्मनिरपेक्ष) लोगों पर भी निशाना साधा। साध्वी ने कहा कि ऐसे लोग (सेकुलर) मुखौटा लगाए रहते हैं और सबसे इन पर हमला होना चाहिए।
बीफ के मुद्दे पर साध्वी ने कहा, “जो व्यक्ति अपने मा (गौमाता) का मांस खाने को अपना स्टेटस सिंबल मानते हैं, ऐसे व्यक्तियों को भरात सरकार से निवेदन करती हूं, फांसी पर लटकाना चाहिए, बीच चौराहे पर लटकाना चाहिए…तब लोगों को पता चलेगा की गऊ माता कि रक्षा करना हमारा कर्तव्य है। ”
साध्वी ने भाषण में कहा कि हिंदुओं को अपनी बेटियों को “लव जिहाद” से बचाना होगा। साध्वी सरस्वती से कहा, “अगर हम शस्त्र नहीं रखेंगे तो आनेवाले समय में हमारा विनाश होगा।” संस्था के राष्ट्रीय प्रवक्ता अभय वर्तक ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए केंद्रीय मंत्री किरण रिजीजू पर भी उनके बीफ खाने से जुड़े बयान को लेकर निशाना साधा और पूछा, “…ये केंद्रीय मंत्री कहते हैं कि वो बीफ खाते हैं। क्या गऊ माता उनके लिए आहार है?”