अमेरिका की ओर से आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिद्दीन के सरगना सैयद सलाहुद्दीन को अंतरराष्ट्रीय आतंकी घोषित किये जाने के बाद अब खुद इस संघटन ने स्वीकारा है कि वो आतंकी हमलों में शामिल रहा है। संगठन का सरगना सैयद सलाहुद्दीन ने ये कबूला है कि भारत में होने वाले आतंकी हमलों के पीछे उसका हाथ है। पाकिस्तान में छुपे सलाहुद्दीन ने एक टीवी चैनल को दिए गए इंटरव्यू में ये बात बोली है।
एक पाकिस्तानी टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में सलाहुद्दीन ने कहा, “अब तक हमारा फोकस भारतीय सुरक्षाबलों पर था। जो भी ऑपरेशन हमने किए या करने वाले हैं, उसमें हमारा फोकस इन्हीं सुरक्षाबलों के ठिकानों पर रहा है। भारत में कई आतंकी हमले करवाने की बात मानते हुए सलाहुद्दीन ने कहा, “9/11 के बाद अंतरराष्ट्रीय परिदृश्य बदले हैं। अगर हमने कश्मीर के बाहर हमलों को अंजाम दिया होता, तो भारत को ये कहने का मौका मिल जाता कि कश्मीर-ए-तहरीक एक आतंकी संगठन है। हमारे पास भरपूर समर्थन है और हम कभी भी भारत के किसी शहर को निशाना बना सकते हैं। ”
कश्मीर को अपना घर बताते हुए हिजबुल सरगना ने कहा, “बुरहान वानी की मौत के बाद से कश्मीर घाटी में बगावत तेज हुई है। सलाहुद्दीन ने इस इंटरव्यू में बताया कि भारत में उसके बहुत से समर्थक हैं। हिजबुल चीफ ने साथ ही कबूल किया कि उसने अंतरराष्ट्रीय बाजार से हथियार खरीदे हैं।
दरअसल सलाहुद्दीन का बयान उस वक्त आया है जब ट्रंप और पीएम मोदी की नजदीकी बढ़ी है। वहीं अमेरिका ने सलाहुद्दीन को अंतरराष्ट्रीय आतंकी घोषित किए जाने के बाद से पाकिस्तान बौखलाया हुआ है। हाल ही में अमेरिका पर कश्मीर मामले को लेकर डबल स्टैंडर्ड अपनाने का भी आरोप लगाया। वहीं अमेरिका भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव को कम करने के लिए हर संभव कोशिश में जुटा है। अमेरिका जहां आतंकवाद के खिलाफ सख्त रवैया अपनाने के मूड में तो है ही साथ ही उसने दोनों देशों के बीच के तनाव को कम करने के लिए बातचीत का भी पक्षधर है।
अमेरिका के बैन के बाद ये साफ हो गया है कि सलाहुद्दीन पर इसके बाद और शिकंजा कसता जाएगा। बैन के बाद अब अमेरिकी लोगों का सलाहुद्दीन के साथ किसी तरह का वित्तीय लेनदेन करना बंद हो जाएगा। साथ ही उसकी अमेरिका में सभी संपत्ति जब्त कर ली जा सकती है।