श्रीनगर : जम्मू-कश्मीर में हिज्बुल कमांडर सब्जार अहमद भट्ट के मारे जाने के बाद आतंकी संगठन ने अपने नए कमांडर का ऐलान कर दिया है। 29 वर्षीय रियाज नाइको को यह जिम्मेदारी दी गई है। रियाज को लेकर कहा जाता है कि उसकी सोच बाकी आतंकियों से अलग है।
जहां ज्यादातर आतंकी तकनीक से दूर भागते हैं, वहीं रियाज टेक-सेवी है। वह उदारवादी रुख रखता है। उसका मानना है कि कश्मीर घाटी में सभी को समान रूप से अपनी जिंदगी गुजारने का मौका मिलना चाहिए। रियाज के बारे में एक और खास बात यह है कि उनसे बीते दिनों कश्मीरी पंडितों को बातचीत के लिए बुलाया था और उनसे अपील की थी कि वे घाटी में लौट आएं।
बहरहाल, पहले बुरहान वाणी, फिर सब्जार भट्ट् का खात्मा करने के बाद अब कश्मीर पुलिस और सेना की नजरें रियाज पर टिक गई हैं। सेना का मानना है कि घाटी से आतंकवाद खत्म करने के लिए हिज्बुल मुजाहिद्दीन के कमांडरों का इसी तरह खात्मा जरूरी है।
रियाज कश्मीर में हिज्बुल के पुराने आतंकियों में से एक है। माना जा रहा है कि तकनीक के प्रति रियाज के रुख को देखते हुए यह जिम्मेदारी सौंपी गई है।
यह आतंकी संगठन रियाज के बहाने सोशल मीडिया के जरिए घाटी में आतंक फैलाना चाहता है। रियाज तीन साल से घाटी में सक्रिय है। वह पहले गिरफ्तार भी हो चुका है।
2014 में रिहा होने के बाद वह फिर आतंंकी संगठन से जुड़ गया। घाटी में सक्रिय हिज्बुल के अन्य आतंकियों की तुलना में रियाज ज्यादा पढ़ा-लिखा है।
रियाज पर कश्मीर पुलिस और सेना ने A++ कैटेगरी में रखा है और उस पर 12 लाख रुपए का ईनाम है।
कश्मीरी पंडितो को लेकर रियाज का कहना है कि हम घाटी में उनकी स्वागत करते हैं। वे हमेशा से हमारे दिलों में बसे हैं। वे भी हमारे मुल्क का हिस्सा हैं। हम उनकी रक्षा करेंगे, उनके दुश्मन नहीं हैं।