लखनऊ- भारतीय हॉकी टीम के पूर्व कप्तान, वर्ड फेम हॉकी प्लेयर मोहम्मद शाहिद के निधन की सुचना से पुरे खेल जगत में शोक का माहोल है। वाराणसी में जन्मे मो.शाहिद ने अपनी विशिष्ट खेल शैली से भारतीय हॉकी टीम को ऊंचाइयों पर पहुंचाया।
शाहिद ने सन् 1980 में मास्को ओलम्पिक में स्वर्ण पदक विजेता भारतीय टीम के सदस्य के रूप में भाग लिया। उन्हें अर्जुन पुरस्कार, पद्मश्री एवं यश भारती पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया था।
राज्यपाल राम नाईक सहित यूपी सीएम अखिलेश यादव ने मोहम्मद शाहिद के निधन पर गहरा दुःख व्यक्त करते हुए दिवंगत आत्मा की शांति की कामना करते हुए शोक संतप्त परिजनों के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त की है।
हाकी के दिग्गज 56 वर्षीय खिलाड़ी ने ओलिंपिक से लेकर अन्य अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट में भारत को जीत दिलाने में कई बार अहम भूमिका निभाई थी। उनकी गिनती दुनिया के दिग्गज स्ट्राइकरों में की जाती थी। शाहिद ने लगातार तीन ओलिंपिक खेलों (1980, 1984 और 1988) में हिस्सा लिया था।
ड्रिब्लिंग के बादशाह के रूप में पहचाने जाने वाले मोहम्मद शाहिद के नेतृत्व में भारत ने 1982 और 1986 के एशियाई खेलों में रजत और कांस्य पदक जीता था। उन्हें 1981 में अर्जुन पुरस्कार से और 1986 में पद्मश्री से सम्मानित किया गया था।
मोहम्मद शाहिद बनारस के मूल निवासी थे और पिछले महीने उन्हें पेट दर्द के कारण सर सुंदरलाल हॉस्पिटल में भर्ती किया गया था, वहां तबीयत में सुधार नहीं होने पर उन्हें गुड़गांव के मेदांता हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था।
रिपोर्ट:- @शाश्वत तिवारी