सरकार के फैसले के विरोध में होमगार्ड आवाज बुलंद करने के लिए सड़कों पर उतर आए हैं। ड्यूटी कम किए जाने का विरोध करते हुए होमगार्डों ने प्रभुपार्क पर पहले बैठक आयोजित की उसके बाद बाजारों में भीख मांगकर प्रदर्शन किया।
वहीं होमगार्ड कमांडेंड ने ड्यूटी पर न आने वाले होमगार्डों को अनुपस्थित दर्शाया है।
प्रदेश सरकार ने निर्णय लिया है कि बजट के अभाव में उत्तर प्रदेश में तैनात होमागार्डों की ड्यूटी कम की जाएंगी। सरकार के इस निर्णय का होमगार्ड विरोध कर रहे हैं।
होमगार्ड अवैतनिक अधिकारी व कर्मचारी एसोसिएशन के बैनर तले जिले के अधिकांश होमगार्ड शहर के नदरई गेट स्थित प्रभुपार्क पर एकत्रित हुए।
पहले तो होमगार्डों ने यहां बैठककर विरोध जताया। सरकार से मांग की कि उनकी ड्यूटी कम न की जाएं और न्यायालय के आदेश के अनुसार उन्हें वेतन भत्ता दिया जाए।
होमगार्ड एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष महेश चंद्र ने कहा कि होमगार्ड बेरोजगार हो गए हैं। सरकार ने होमगार्डों के हाथों में कटोरा थमा दिया है।
सरकार के इस निर्णय से होमगार्ड भुखमरी के कगार पर पहुंच जाएंगे। शहर के बाजारों में होमगार्डों ने भीख मांगकर अपना विरोध जताया।
महेश चंद्र का कहना है कि सरकार को चाहिए कि होमगार्डों की इस समस्या का तत्काल समाधान करें। उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि होमगार्डों की समस्या का समाधान न हुआ तो निरंतर सड़कों पर प्रदर्शन किया जाएगा।
प्रदर्शन के बाद होमगार्डों ने मुख्यमंत्री के नाम संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा। प्रदर्शन करने वालों में प्रवीन कुमार, मुकेश कुमार, रामनिवास, नरेश, अवधेश, लेखराज, बनवारी लाल, हजारीलाल, राकेश कुमार, रविंद्र कुमार, योगेश कुमार, नरेंद्र कुमार, बीनू रानी, मीना, रानी देवी, मिथलेश, विमलेश आदि प्रमुख हैं।
होमगार्डों ने वर्दी पहनकर शहर में प्रदर्शन किया और भीख मांगी। ऐसे में खाकी में भीख मांगते होमगार्डों को देख लोग अचंभित हो गए। लोगों को सरकार के फैसले की जानकारी नहीं थी। ऐसे में चर्चा थी कि आखिर यह होमगार्ड क्यों भीख मांग रहे हैं।