अमित शाह ने कहा कि उन्होंने इस बारे में देश के तीन वरिष्ठ डॉक्टरों से बात की है और सभी का मानना है कि दिल्ली में कोरोना का कम्युनिटी ट्रांसमिशन नहीं हुआ है।इसके साथ ही उन्होंने दिल्ली को लोगों में कोरोना को लेकर डर पैदा करने के लिए उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को जिम्मेदार ठहराया है।
नई दिल्ली: में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों से कोई अनजान नहीं है। संक्रमण का आंकड़ा 80 हजार के पार पहुंच चुका है। इसी बीच रविवार को एक साक्षात्कार में गृहमंत्री अमित शाह ने दिल्ली के हालात को लेकर बयान दिया है। उन्होंने दावा किया है कि दिल्ली में अब तक कोरोना का कम्युनिटी ट्रांसमिशन नहीं हुआ है।
अमित शाह ने कहा कि उन्होंने इस बारे में देश के तीन वरिष्ठ डॉक्टरों से बात की है और सभी का मानना है कि दिल्ली में कोरोना का कम्युनिटी ट्रांसमिशन नहीं हुआ है।इसके साथ ही उन्होंने दिल्ली को लोगों में कोरोना को लेकर डर पैदा करने के लिए उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को जिम्मेदार ठहराया है।
शाह ने कहा कि सिसोदिया के इस बयान से डर पैदा हुआ था कि दिल्ली में जुलाई के अंत तक कोरोना संक्रमितों की संख्या 5.5 लाख के पार पहुंच जाएगी। शाह ने कहा कि इसी बयान के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने उन्हें दिल्ली सरकार की मदद करने को कहा था। दिल्ली में कोरोना के प्रकोप को रोकने के लिए कॉर्डिनेशन मीटिंग में कई कदम उठाए गए हैं। इसी के तहत कंटेनमेंट जोन में प्रत्येक व्यक्ति की स्क्रीनिंग की जाएगी।
#WATCH After Manish Sisodia’s statement (of 5.5 lakh cases by July-end), PM also asked me, Home Ministry, to help Delhi Govt. Soon after, a coordination meeting was called and a number of decisions, including testing of all individuals in containment zones, were taken: Amit Shah pic.twitter.com/V02XBgciRE
— ANI (@ANI) June 28, 2020
उन्होंने कहा कि अब यही मॉडल एनसीआर में भी लागू किया जाएगा। शाह ने कहा कि इस बारे में वह उत्तर प्रदेश और हरियाणा के मुख्यमंत्रियों से बात करने वाले हैं। उन्होंने कहा कि दिल्ली के अस्पतालों में कोरोना के इलाज में बदइंतजामी की कई शिकायतें आ रही थीं। हमने एम्स में एक हेल्पलाइन बनाई है।
अंतिम संस्कार के लिए करीब 350 शव पड़े हुए थे। हमने तय किया कि दो दिनों के अंदर सभी शवों का उनके धर्मों के अनुसार अंतिम संस्कार किया जाएगा। अब एक भी शव नहीं बचा हुआ है। अब जिस दिन मरीज की मृत्यु होती है उसी दिन उसका अंतिम संस्कार भी कर दिया जाता है।
एलएनजेपी अस्पताल के दौरे पर उन्होंने कहा कि इससे जनता का भरोसा और स्वास्थ्यकर्मियों का हौसला बढ़ा है। नर्सों के साथ मिलकर उन्होंने उनकी समस्या को समझा। उनके लिए काउंसिलिंग की व्यवस्था की गई है। उन्होंने कहा कि हर कोरोना वार्ड में सीसीटीवी लगाया गया है और साथ की किचन के लिए भी वैकल्पिक व्यवस्था की गई है।
The situation regarding bodies (of COVID19 victims) in #Delhi was grim. Over 350 bodies were pending for last rites. We decided that within 2 days last rites of bodies will be done as per religion. Today, no body is left for last rites. Now last rituals are conducted same day: HM pic.twitter.com/CxXVn7PwIy
— ANI (@ANI) June 28, 2020