नई दिल्ली: गृह मंत्रालय ने बीते चार साल में राजनीतिक हिंसा को लेकर राज्य सरकारों को एडवाइजरी जारी की है। वहीं पश्चिम बंगाल में डॉक्टरों की हड़ताल को लेकर अलग से केंद्रीय गृह मंत्रालय ने एडवाइजरी जारी की है। पश्चिम बंगाल में राजनीतिक हिंसा को लेकर भी राज्य सरकार को एडवाइजरी जारी की गई है।
राज्य सरकारों को अपनी एडवाइजरी में गृहमंत्रालय ने 2016 से 2019 के बीच राजनीतिक हिंसा के मामले बढ़ने पर चिंता जताई है और इस पर विशेष ध्यान देने को कहा है। गृह मंत्रालय की एडवाइजरी में पश्चिम बंगाल सरकार को राजनीतिक हिंसा पर लगाम लगाने और इस तरह की हिंसक घटनाओं और हत्याओं कीं जांच कर कार्रवाई को कहा है। वहीं पश्चिम बंगाल सरकार से डॉक्टरों की हड़ताल को लेकर रिपोर्ट तलब की है।
कोलकाता में जूनियर डॉक्टर से मारपीट के बाद मंगलवार से डॉक्टर हड़ताल कर रहे हैं। एक हफ्ते पहले भी केंद्रीय गृहमंत्रालय ने एक एडवाइजरी जारी कर बंगाल की ममता बनर्जी सरकार से कहा ता कि जो अधिकारी कानून-व्यवस्था बहाल करने में नाकाम रहते हैं, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। ताकि वहां शांति एवं सार्वजनिक सद्भाव कायम रखा जा सके। तब टीएमसी ने भी गृह मंत्रालय की एडवाइजरी पर कड़ी आपत्ति जताई थी और गृह मंत्रालय को लिखे पत्र में टीएमसी ने एडवाइजरी वापस लेने के लिए कहा था। टीएमसी ने कहा कि गृह मंत्रालय ने बिना जमीनी हकीकत को जाने पश्चिम बंगाल की कानून व्यवस्था पर एडवाइजरी जारी कर दी है। इस मामले में राज्य सरकार से भी कोई रिपोर्ट नहीं ली गई है।