बैतूल– जिले के परमण्डल निवासी शहीद मनोज चौरे को श्रद्धांजलि देने और शोक संवेदना जताने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह शनिवार को दोपहर 2 बजे बैतूल पहुंचे। पुलिस परेड मैदान में उनका हेलिकॉप्टर उतरा। मुख्यमंत्री जैसे ही हेलिपेड से बाहर आए और गाड़ी में सवार हुए उन्हें दर्जनों महिलाओं ने घेर लिया।
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नगर में हटाए जा रहे अतिक्रमण में बेघर हुई महिलाओं ने मुख्यमंत्री से गुहार लगाई कि बारिश में वे अपने परिवार को लेकर कहां जाएं। नाराज महिलाओं ने प्रशासन और नेताओं के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की। मुख्यमंत्री ने महिलाओं को भरोसा दिलाया कि वे इस बारे में जानकारी लेंगे।
हेलिपेड पर अतिक्रमण प्रभावितों के पहुंचने पर पुलिस ने उन्हें सीएम से न मिलने देने के लिए जगह जगह रोका फिर भी कई महिलाओं ने सीएम के पास पहुंचकर अपनी व्यथा सुना ही दी। मुख्यमंत्री यहां से सड़क मार्ग से परमण्डल गांव रवाना हो गए।
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मुख्यमंत्री ने बैतूल जिले के परमण्डल गांव पहुचकर शहीद मनोज चौरे के परिवार को सम्मान निधी की दस लाख की राशि पिता रामदयाल चौरे के हाथों में सौंपी।
मुख्यमंत्री ने शहीद मनोज की याद में परमण्डल गांव के हाई स्कूल का नामकरण अमर शहीद मनोज चौरे के नाम से करने की घोषणा की। उन्होंने कहा की मुलताई में शहीद स्मारक और बैतूल में एक सड़क का नाम करण भी शहीद मनोज के नाम से होगा ।
चौहान ने कहा की शहीद मनोज चौरे के परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी भी दी जायेगी और भोपाल में मकान या प्लाट भी दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि शहीद मनोज का परिवार अब सरकार का परिवार हैं।
चौहान ने कहा की शहादत की कोई कीमत नही होती। परिवार से मिलने के बाद मुख्यमंत्री सड़क मार्ग से बैतूल के लिए रवाना हुए तभी परमण्डल गांव के पास रेलवे गेट बन्द होने से उन्हें 5 मिनिट तक रुकना पड़ा।