इंदौर : मध्यप्रदेश कांग्रेस के सचिव राकेश सिंह यादव ने हनी ट्रैप मामले में पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह का नाम लेकर सबको चौका दिया श्री यादव ने ने संवाददाता सम्मेलन कर भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष नेताओ पर लगाए गंभीर आरोप।
कांग्रेस ने चर्चित हनी ट्रैप मामले में मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का सीधा हमला बोला है। उसका आरोप है कि इस कांड की आरोपी सागर की श्वेता जैन के मुख्य संरक्षणकर्ता शिवराज सिंह चौहान है। उन्होंने ही उसे 8 साल तक जुनाइल जस्टिस बोर्ड का सदस्य बनाये रखा।
यह आरोप मध्य प्रदेश कांग्रेस के सचिव राकेश सिंह यादव ने गुरुवार को मीडिया से चर्चा करते हुए लगाया। यादव का आरोप है कि भाजपा सरकार में तत्कालीन स्वर्गीय मुख्यमंत्री बाबूलाल ग़ौर को मुख्यमंत्री पद से हटाने के लिए इसी हनी ट्रैप की आरोपी का इस्तेमाल किया गया। इसमे भाजपा का ही एक क़द्दावर नेता भी शिवराज सिंह को मुख्यमंत्री बनवाने में शामिल था।
शिवराज के मुख्यमंत्री बनने के बाद सबसे पहले हनी ट्रैप की इस आरोपी भाजपा नेत्री श्वेता को जुनाइल जस्टिस बोर्ड (किशोर न्याय बोर्ड) का शासकीय सदस्य बनाकर उपकृत किया जिसका सबूत श्वेता जैन की फ़ेसबुक प्रोफ़ाइल में आज भी मौजूद हैं। श्वेता जैन को 2006 से 2014 तक किशोर न्याय बोर्ड का शासकीय मेम्बर बनाया गया।
इससे स्पष्ट होता हैं की शिवराज ने हनी ट्रैप को उघोग का दर्जा देकर भाजपा नेत्री श्वेता जैन को पूर्ण संरक्षण दिया। यादव ने कहा कि इस मामले की पूरी जानकारी उनके द्वारा एसआईटी प्रमुख संजीव शमी को दी जा रही है।
इसके एक दिन पूर्व कंप्यूटर बाबा ने पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को हनीट्रैप मामले के लिए जिम्मेदार ठहराया था । उनका कहना है कि ये मामला उन्हीं के 10-15 साल के कार्यकाल में प्रदेश में फला-फूला। इसलिए शिवराज सिंह इसके जिम्मेदार हैं।
बुधवार को जबलपुर पहुंचे कंप्यूटर बाबा ने बताया कि उन्होंने रेत का अवैध खनन रोकने के लिए ब्लू प्रिंट तैयार किया है। इस प्लान में संतों की मंडली रतजगा और भजन कीर्तन कर अवैध खनन रोकेगी। इसके लिए प्रदेश में 250 मंडली बनाई जाएंगी। उन्होंने कहा कि रेत खनन के अपराधियों पर रासुका लगाने की बात कही है।
प्रदेश की राजनीति में भूचाल लाने वाले हनी ट्रैप मामले पर कंप्यूटर बाबा ने नया खुलासा किया है। उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को जिम्मेदार ठहराया है। नर्मदा, क्षिप्रा और मंदाकिनी नदी न्यास के अध्यक्ष कम्प्यूटर बाबा का कहना है कि पिछले 10 से 15 वर्षों में ही हनी ट्रैप के मामले इतना आगे बढ़ गए।