डेरा सच्चा सौदा प्रमुख राम रहीम की राजदार हनीप्रीत को काठमांडू से करीब 60 किलोमीटर दूर देखा गया है। राजस्थान के उदयपुर से गिरफ्तार हुए राम रहीम के करीबी प्रदीप गोयल ने जानकारी दी थी कि हनीप्रीत नेपाल भाग गई है।
जिसके बाद हरियाणा पुलिस को अपने सूत्रों से यह जानकारी हासिल हुई है कि हनीप्रीत को नेपाल में देखा गया है। हनीप्रीत की फोटो जब स्थानीय लोगों को दिखाई गई तो दो लोगों ने बताया है कि बीते दो सितंबर तक हनीप्रीत उनके नजदीक के मकान में ही थी लेकिन उसके बाद से वह गायब है।
वहीं कुछ लोगों ने हनीप्रीत को काठमांडू के नजदीक स्थित एक पेट्रोल पर बुर्के में भी देखा। पुलिस के सूत्र बताते है कि हनीप्रीत ने अपना हुलिया पूरी तरह बदल लिया है। यहीं नहीं वह नेपाल में निजी कार में नहीं बल्कि टैक्सी में घूम रही है।
राम—रहीम के भक्तों की संख्या में नेपाल में अच्छी खासी है। माना जा रहा है कि ये लोग ही हनीप्रीत की यहां छिपने में सहायता कर रहे है।
गौरतलब है कि हनीप्रीत के नेपाल भागने की पुख्ता जानकारी उदयपुर में सेक्टर 14, नाकोड़ा नगर से गिरफ्तार प्रदीप गोयल ने दी थी हरियाणा पुलिस की एसआईटी और उदयपुर की स्पेशल क्राइम ब्रांच की गिरफ्त में आए प्रदीप ने प्रारंभिक पूछताछ में यह दावा किया है कि हनीप्रीत नेपाल जा चुकी है।
इससे पहले रामरहीम को जेल तक छोड़ने के बाद हनीप्रीत छिपते-छिपाते हरियाणा से भागकर राजस्थान आ गई थी। यहां वह प्रदीप के साथ छिपकर रही और कुछ दिनों बाद भागकर वह नेपाल चली गई।
लेकिन इस बात का खुलासा नहीं हो सका कि हनीप्रीत नेपाल अकेली गई या कोई और भी उसके साथ है। उसकी मदद किसने की और वह किस तरह नेपाल गई। इन सभी सवालों और प्रदीप के बयानों की पुष्टि करने में पुलिस टीम जुट गई है।
उदयपुर पुलिस के मुताबिक आरोपी प्रदीप गोयल मूल रुप से हरियाणा का था। व्यवसाय के सिलसिले में वह हरियाणा से उदयपुर आकर परिवार के साथ रहने लगा था। सेक्टर 14, नाकोड़ा नगर स्थित मकान में करीब ढाई साल से रह रहा था। यहां उसकी पत्नी व एक बेटी रहती थी, लेकिन अब यहां ताला लगा हुआ नजर आता है। प्रदीप का परिवार आसपास के लोगों से कम ही संपर्क रखता था।
जानकारी के अनुसार प्रदीप के कब्जे से एक मोबाइल फोन जब्त किया है। जिसमें राम रहीम और हनीप्रीत से जुड़े कई अहम सुराग मिलने की संभावना है।
उल्लेखनीय है कि यौन शोषण मामले में राम रहीम को सीबीआई कोर्ट से 20 साल की सजा होने के बाद हरियाणा के सिरसा, पंचकुला और अन्य राज्यों में उपद्रव हुआ था। जिसमें करीब 30 प्रदर्शनकारियों की मौत हो गई थी। इससे पहले राम रहीम के समर्थन में उसके समर्थकों से भरी कई बसें राजस्थान से भी गई थी। इनमें झाड़ोल, उदयपुर की बसें भी थी।