पुलिस की इनवेस्टिगेशन रिपोर्ट में पंचकूला हिंसा का सच सामने आ गया है। पुलिस रिपोर्ट के मुताबिक साजिश के तहत पहले राम रहीम के बरी होने की ख़बर फैलाई गई, लेकिन सज़ा मिलने की सच्चाई पता चलते ही भड़क गए समर्थक। इस रिपोर्ट से खुलासा हुआ है कि डेरे के समर्थकों को हनीप्रीत ऐंड कंपनी ने कैसे बहकाया था।
पुलिस रिपोर्ट के मुताबिक 17 अगस्त की रात को सिरसा डेरे में मीटिंग हुई थी। इस मीटिंग में 35 सदस्य मौजूद थे। ये सभी 45 सदस्यीय कमेटी के हिस्सा हैं। मीटिंग आदित्य इंसा और हनीप्रीत ने ली थी। 17 अगस्त की रात इन सबकी मोबाइल लोकेशन यहां की मिली है। इस मीटिंग को बुलाने का मकसद यह था कि डेरा सच्चा सौदा प्रमुख राम रहीम पर कोर्ट के फैसले के बाद क्या करना है?
पुलिस के मुताबिक इस बैठक में फैसला लिया गया था कि अगर कोर्ट साध्वियों के साथ रेप मामले में राम रहीम को दोषी ठहरा देता है, तो हिंसा फैलाई जाएगी। यदि अदालत बरी कर देता है, तो जश्न मनाते हुए जुलुस के साथ सिरसा वापसा लौटा जाएगा। यह बैठक खासतौर पर इन्हीं मुद्दों को लेकर आयोजित की गई थी।
पुलिस जांच रिपोर्ट के मुताबिक 17 अगस्त की मीटिंग में हनीप्रीत, आदित्य इंसा, दलबीर सिंह, खरैती लाल, पवन, एमएसजी का डायरेक्टर सीपी अरोड़ा, दान सिंह, गोपाल इंसा, पवन इंसा, दिलावर सिंह, चमकौर, गोबीराम, लालचंद, दरबारा सिंह, बाबा का पीए राकेश अरोड़ा समेत 30-35 लोग शामिल थे। इस मीटिंग में 25 अगस्त की रूपरेखा तय की गई और राम रहीम की ओर से निर्देश जारी किए गए।
रिपोर्ट की खास बातें
1. पंचकूला में भीड़ ज़्यादा से ज़्यादा जुटाई जाए। ऐसा इसलिए किया गया, ताकि सरकार पर दवाब बनाया जा सके।
2. चमकौर सिंह जो कि पंचकूला नाम चर्चा घर का इंचार्ज है उसे खासतौर पर बुलाया गया था, क्योंकि ये पंचकूला से पूरी तरह से वाकिफ था, भीड़ के खाने पीने के इंतजाम चमकौर सिंह को सौंपा गया।
3-आदित्य इंसां और पवन इंसां को जिम्मेदारी दी गई, पंचकूला में भीड़ बुलाने जुटाने की, दोनों ने मीटिंग के बाद तैयारी शुरू कर दी।
4-मीटिंग में ही पैसों का इंतजाम करने के लिए बोल दिया गया था, पैसों का इंतज़ाम करना था MSG के CEO सीपी अरोड़ा को।
5-सूत्रों की मानें तो जो लोग मीटिंग में शामिल थे, उन सभी को मोबाइल लोकेशन सिरसा डेरे की ही मिली है।
6-इससे केस मजबूत हुआ है, और जो गिरफ्तार हो चुके है उनके बयानों से ये साबित भी हो रहा है।
मीटिंग में बनाए गए दो तरह के प्लान
मीटिंग में बुलाए गए लोगों को निर्देश दिया कि 20 अगस्त से ही पंचकूला में भीड़ का इकट्ठा होना शुरु हो जाना चाहिए और इस भीड़ के खाने-पीने और अन्य इंतजाम करने के लिए चमकौर सिंह को निर्देश भी दिए गए। पुलिस के मुताबिक वो हनीप्रीत ही थी जिसने पंचकूला में भीड़ जुटाने का आईडिया दिया था।
हनीप्रीत ने कहा कि अगर भीड़ नहीं होगी तो ये कैसे साबित होगा कि इतना बड़ा संत कोर्ट में पेश होने के लिए आ रहा है। पहले प्लान के मुताबिक मीटिंग में दलील दी गई कि अगर उसे दोषी करार दिया जाता है तो ऐसे में इस भीड़ की मदद से उसकी पर्सनल सिक्योरिटी उसे पुलिस की गिरफ्त से भी निकाल कर ले जाएगी और अगर उसे बरी कर दिया जाता है तो ऐसे में इसी भारी भीड़ के साथ एक रोड शो के तौर पर उसे वापिस डेरा सच्चा सौदा के सिरसा मुख्यालय लाया जाएगा।
सिरसा से दूरी को देखते हुए पहले ही पंचकूला पहुंचने, मॉनिटरिंग करने, खाना देने, सही लोकेशन की जानकारी देने, वायरलेस सेट चलाने वाली अलग अलग टीमें बनाई गई थीं।
आई आर रिपोर्ट के अनुसार 17 अगस्त को ही पूरे ब्लूप्रिंट हनीप्रीत ने सामने रखे, मीटिंग में तय किया गया की पंचकूला में कहां-कहां भीड़ को जमा करना है। मीटिंग में इस बात पर भी चर्चा की गई की प्रशासन पुलिस को कहां-कहां पर तैनात करेगा। उसी के आसपास भीड़ जमा की जाएगी।
सेक्टर 10 पंचकुला़ के सामने यवनिका गार्डन कोर्ट परिसर के पास सेक्टर 6 में सेक्टर 2 में और सेक्टर 5 में, लैपटॉप में पूरा रोड मैप बनाया गया, और सभी कमेटी मेंबर जो मीटिंग में मौजूद थे उनको यह सेक्टर बांट दिए गए।