किसी की खूबसूरती पर फिदा हो जाना इंसान की फितरत है। लेकिन क्या यह फितरत वहशीपने तक जा सकती है? यकीनन जिस कहानी का आज हम जिक्र कर रहे हैं वो एक खूबसूरत महिला की है जिसकी खूबसूरती ही उसकी जान की दुश्मन बन गई।
80 के दशक में जापान में रेनी हार्टवेल्ट की हत्या ने खूब सुर्खियां बटोरी थीं। रेनी की हत्या जिन परिस्थितियों में और जिस निर्मम तरीके से की गई उसके बारे में आज भी जब कभी जिक्र किया जाता है तो उसके कातिल आईसी सगावा का वहशी चेहरा लोगों के सामने आ जाता है।
आईसी सगावा खूबसरूत रेनी हार्टवेल्ट की खूबसूरती पर फिदा था और बस किसी भी तरह से उसे हासिल करना चाहता था। दोनों एक ही साथ पेरिस में पढ़े लिखे थे। बकौल सगावा वह रेनी की खूबसूरती को महसूस करना चाहता था।
11 जून 1981 को 32 साल के सगावा ने रेनी को अपने घर पर डिनर के लिए बुलाया। 5 फुट 10 इंच की लंबी और बेहद ही सुंदर 25 साल की रेनी उस रात अपने दोस्त के घर डिनर पर गई जरूर लेकिन वो फिर जिंदा वापस नहीं आ सकी।
डिनर के दौरान सगावा ने अचानक रेनी को पीछे से गर्दन पर गोली मार दी। कहा जाता है कि रेनी को गोली लगने के बाद सगावा भी सदमे की वजह से कुछ देर के लिए बेहोश हो गया था।
लेकिन थोड़ी देर बाद जब सगावा को होश आया तो उसने देखा की रेनी की लाश उसके सामने पड़ी है। सगावा ने रेनी की लाश के साथ दुष्कर्म किया। लेकिन इतने से भी सगावा का जी नहीं भरा।
रेनी की लाश को घर में ही छोड़ कर वो बाजार गया और चाकू खरीद कर ले आया। सगावा ने रेनी की शरीर के कई हिस्सों को काट कर दो दिनों तक खाया। उसने उसके जांघ को भी काट कर खाया।
इतना ही नहीं शरीर के कई अहम हिस्सों को उसने दो दिनों तक फ्रिज में रखा। लेकिन बाद में उसने यह तय किया कि अब वो रेनी के मृत शरीर को ठिकाने लगा देगा।
लिहाजा सगावा ने एक झील में रेनी के शरीर को फेंकने की कोशिश की और उसी वक्त फ्रेंच पुलिस ने उसे धर दबोचा। उस वक्त सगावा के पास से दो सूटकेश बरामद किये गये दोनों सूटकेशों में रेनी के शरीर के कई टूकड़े थे।
सगावा के पिता काफी रईस है लिहाजा उन्होंने अपने बेटे को किसी भी कीमत पर बचाने के लिए बड़े से बड़ा वकील किया।
दो साल तक ट्रायल का सामना करने के बाद फ्रेंच जज ने पाया कि सगावा मानसिक तौर पर फिट नहीं है। उसे एक मानसिक रोग अस्पताल में भेज दिया गया।
जल्दी ही फ्रेंच अथॉरिटी ने उसे जापान को सौंप दिया। यहां Matsuzawa hospital में इलाज के दौरान यह पाया गया कि उसकी मानसिक स्थिति खराब है वो उसने यह मर्डर अपनी शरीरिक जरूरतों को पूरा करने के लिए किया है।
बाद में फ्रेंच की अदालत ने उसपर लगे कई गंभीर धाराएं हटा ली। 12 अगस्त 1986 को वो अस्पताल से भी आजाद हो गया। उसके बाद से अब तक सगावा कई बार पब्लिक प्लेस पर नजर भी आया।
कहा जाता है कि सगावा ने एक बार कहा था कि वो रेनी को खाना चाहता था और मरने से पहले भी वो किसी इंसान को खाना चाहता है। इस शख्स पर किताबें भी लिखी जा चुकी हैं।