धूप से अपनी त्वचा को बचाने के लिए सनस्क्रीन का उपयोग किया जाता है। अक्सर आप इस बात से बेखबर रहती है कि आपकी स्किन के लिए किस तरह का सनस्क्रिन बेहतर रहेगा। सनस्क्रीन का उपयोग करते समय हमें अक्सर अपनी त्वचा के टाइप को ध्यान में रखना चाहिए। आमतौर पर सबका स्किन टाइप नॉर्मल ड्राई या ऑयली होता है। यहां हम आपको स्किन टाइप के बारे में जानकारी दे रहे है ताकि आपको यह जानने में आसानी होगी कि आपका स्किन किस टाइप का है।
नार्मल स्किन- नार्मल स्किन टाइप वालों के टिश्यू से किसी तरह ऑयल का सेक्रेशन नहीं होता और यह क्लीन और क्लियर नजर आता है। ऐसे लोगों के लिए क्रीम बेस्ड सनब्लॉक अच्छा रहता है।
ऑयली स्किन- ऑयली स्किन वालों के लिए अपने स्किन की देखभाल करना एक बड़ी समस्या रहती है। फेस से खास तौर पर चिक्स, नोज, फोरहेड की स्किन ज्यादा ऑयली होती है और कई बार इन जगहों पर ब्लैक हेड ह्वाइट हेड हो जाता है। उस जगह की स्किन खास तौर पर शाइनी दिखती है। इस तरह के स्किन वालों को जेल या एक्वा बेस्ड एसपीएफ फॉर्मुलेशन चूज करना चाहिए।
ड्राई स्किन- ड्राई स्किन वालों में सीबम का लो लेबल होता है। वॉश करने के बाद इस तरह का स्किन काफी टाइट और अन कंफर्टेबल फील देता है। इसे वॉश करने के लिए क्रीम या मॉइस्चुराइजर बेस्ड फेसवॉश यूज करना चाहिए। खास तौर पर ऐसे स्किन वालों को लोशन या मॉइस्चुराइजर बेस्ड एसपीएफ यूज करना चाहिए।
सनस्क्रीन लोशन त्वचा को सूर्य की अल्ट्रा वायलेट किरणों से बचाता है, लेकिन ये किरणें दो प्रकार की होती हैं – यूवीए और यूवीबी। यूवीए किरणें त्वचा की पिग्मेंटेशन को बढ़ाती है, जबकि यूवीबी किरणें टैनिंग और स्किन कैंसर के लिए जिम्मेदार होती हैं। इसलिए यूवीए से बचाव के लिए ‘एसपीएफ’ का चिन्ह और यूवीबी से बचाव के लिए ‘पीए’ का प्रतीक अवश्य देख लें। यूवीबी किरणों से बचाव के लिए आपका सनस्क्रीन कम से कम एसपीएफ 30 वाला होना चाहिए। त्वचा की रक्षा करने के लिए इतना एसपीएफ पर्याप्त होता है।
बाजार में अब वाटरप्रूफ और वाटर रेजिस्टेंट सनस्क्रीन लोशन भी उपलब्ध हैं जो पानी से चेहरा धोने के बाद भी अपना असर बनाएं रखने में कारगर होते हैं। कोई भी अच्छा वाटरप्रूफ सनस्क्रीन पानी के भीतर भी लगभग 80 मिनट तक प्रभावी होगा जबकि वाटर रेजिस्टेंस सनस्क्रीन पानी में भी 40 मिनट तक कारगर रहते हैं।
सही सनस्क्रीन की पहचान जितनी जरूरी है, उतना ही जरूरी यह भी है कि आप सनस्क्रीन लोशन लगाते कब है। इसका उपयोग त्वचा पर धूप में निकलने से कम से कम 20 मिनट पहले सनस्क्रीन लगाने से ही फायदा मिलता है।