फतेहपुर : किसान व कृषि भारत देश में बहुत ही अहम अभिनय होता है, हर सरकार भी किसान व मजदूरों के बल पर ही सत्ता प्राप्त करती है और चुनाव के समय पर चाहे वो लोकसभा का चुनाव आता हो या फिर विधान सभा का चुनाव हो हर चुनाव में सारे दल किसानों को ही लुभाने का काम करते हैं और सत्ता में आने पर बड़ी – बड़ी किसानो को योजना देने की बात करके सत्ता पा जाते हैं लेकिन सत्ता में आने के बाद उन वादों में बहुत कम ही वादों को पूरा किया जाता है उसमें भी बहुत कुछ सरकारें करती हैं तो उनसे भी ज्यादा स्थानीय बैंकों को अधिकार दे दिए जाते हैं जिससे किसान की जरूरतें पूरी नहीं हो पाती हैं, अभी तो बैंकों ने हर बैंकों के सेवा क्षेत्र का बंटवारा कर दिया है जिसमें किसानों को बहुत दिक्कतों का सामना करना पड़ता है और तो और ऐसे में बैंक के कर्मचारियों द्वारा किसानों को ऋण के नाम पर रिश्वत भी चुकानी पड़ती है तब जाकर इनको आधा – तिहाया ऋण का पैसा किसान को मिल पाता है ।
फतेहपुर जनपद के खागा तहसील के अंतर्गत प्रेमनगर में इलाहाबाद बैंक की शाखा पिछले 20 वर्षों से अधिक से ज्यादा कार्य कर रही है जिसमें कई ग्राम सभाओं के खाते व अन्य बैंकिंग सेवाएं चल रही हैं लोगों का लोन वगैरह भी यही बैंक करता था लेकिन स्थानीय लोगों का कहना है कि इस बैंक में किसानों का लोन या केसीसी बिना कमीशन दिए नहीं हो पाता है और वहीँ प्रेमनगर में पिछले वर्ष उत्तर प्रदेश ग्रामीण बड़ौदा बैंक की भी शाखा खुल गयी है और अब किसान केसीसी के लिए बैंक जाता है तो बैंक प्रशासन द्वारा कहा जाता है कि आपका गाँव हमारे सर्विस क्षेत्र में नहीं आता है ऐसे में किसान पूरी तरीके से परेशान हो रहा है ।
जानकारी अनुसार केसीसी आवेदन लेकर बैंक काफी समय लेता है और काफी ज्यादा कमीशन की मांग करता है ऐसे में किसान अपनी फसल को सोंचकर इनसे सौदेबाजी करने में मजबूर हो जाता है ऐसे में प्रेमनगर क्षेत्र के किसानों की हालात बहुत बुरे हैं वहीँ तहसील मुख्यालय खागा में संचालित भारतीय स्टेट बैंक के प्रबंधक से जब टीम तेज़ न्यूज़ ने इस स्थिति पर बात की तो शाखा प्रबंधक सुनील कुमार ने भी सेवा क्षेत्र का हवाला देते हुए लोन देने में असमर्थता जाहिर की ।
इस संबंध में समाजसेवी संगठन नागरिक शक्ति मंच के पदाधिकारियों ने कहा कि इस विषय में जल्द ही उपजिलाधिकारी से मिलकर लोगों की समस्याओं और बैंक की मनमानी के संबंध में शिकायती पत्र दिया जाएगा जिससे निश्चित ही किसानों व अन्य स्थानीय लोगों का समाधान हो सकेगा ।
रिपोर्ट @सरवरे आलम