नई दिल्ली: रोहतक में परशुराम जन्मोत्सव पर आयोजित रैली को सम्बोधित करते हुए कुरूक्षेत्र से भाजपा सांसद राजकुमार सैनी ने सीधे तौर पर अपनी पार्टी को नसीहत दे डाली कि वे भाजपा के गुलाम नहीं है, पार्टी इस बात को समझे। अगर कुछ गलत होता है तो वे उसका विरोध करते रहेंगे।
सैनी ने कहा कि पहले बंसीलाल और फिर चौटाला की पार्टी को इसलिए छोड़ा, क्योंकि वहां पर गलत हो रहा था। सैनी ने कहा 2019 का चुनाव कैसा लड़ा जाएगा, इसका 26 नवम्बर को जींद में फैसला लिया जाएगा।
जाट आरक्षण को लेकर इस बार सांसद राजकुमार सैनी ने अपने तेवर कुछ नरम रखे, लेकिन इतना जरूर कहा कि पूरे देश में जिस तरह से आरक्षण को लेकर आंदोलन हो रहे हैं, उससे देश की आंतरिक सुरक्षा के लिए खतरा पैदा हो गया है। उनकी मांग है कि सभी को जनसंख्या के हिसाब से आरक्षण दिया जाना चाहिए। लेकिन हरियाणा में जिस तरह से आरक्षण आंदोलन हो रहा है, वह गलत है। आंदोलन में मरने वालों के परिजनों को नौकरी और मुआवजा देना गलत परम्परा है।
राज्यसभा को खत्म करने पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि कुछ राजनैतिक घराने रसूख और पैसों के दम पर राज्यसभा में आ जाते हैं और हाल ये चुका है कि उनकी वजह से बड़े-बड़े बिल लोकसभा में पारित होने के बावजूद राज्यसभा में अटके पड़े हैं।
प्रदेश में पिछले साल जो माहौल बिगड़ा उसके लिए सांसद सैनी ने पूरी तरह से भूपेन्द्र हुड्डा को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि हुड्डा ने ही आरक्षण का बीज बोया था, जिससे प्रदेश को इतना बड़ा तांडव झेलना पड़ा।
@एजेंसी