पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने बीजेपी के खिलाफ अपनी राजनीतिक जंग को अब बंगाल बनाम गुजरात की लड़ाई बनाने की कोशिश की है।
मंगलवार को ममता ने कहा कि पश्चिम बंगाल को गुजरात बनाने की कोशिश की जा रही है, लेकिन हम ऐसा नहीं होने देंगे।
उन्होंने कहा कि मैं गुजरातियों के खिलाफ नहीं हूं, लेकिन गुजरात के दंगाइयों के खिलाफ हूं।
यही नहीं सीएम ममता बनर्जी ने पहली बार माना है कि सूबे में लोकसभा चुनाव के बाद राजनीतिक हिंसा हुई है।
हालांकि उन्होंने दावा किया कि इस हिंसा में बीजेपी के 2 कार्यकर्ता ही मारे गए, जबकि तृणमूल के 10 कार्यकर्ताओं की इस हिंसा में मौत हुई।
यही नहीं ममता बनर्जी ने राजनीतिक हिंसा का शिकार हुए कार्यकर्ताओं के परिजनों को आर्थिक मदद देने का वादा भी किया।
इससे पहले ममता बनर्जी ने ईश्वरचंद्र विद्यासागर की मूर्ति का अनावरण किया। यही नहीं उन्होंने मूर्ति के साथ प्रतीकात्मक तौर पर मार्च भी किया।
यही नहीं उन्हीं की मौजूदगी में विद्यासागर कॉलेज में प्रतिमा की स्थापना भी की गई। ममता ने प्रतिमा की स्थापना के बाद माल्यार्पण किया।
प्रतिमा के अनावरण के बाद ममता बनर्जी ने गवर्नर केशरीनाथ त्रिपाठी पर भी इशारों में वार किया।
उन्होंने कहा, ‘मैं गवर्नर का सम्मान करती हूं, लेकिन हर संवैधानिक पद की कुछ सीमाएं भी होती हैं। बंगाल को बदनाम किया जा रहा है। यदि आप बंगाल और उसके कल्चर को बचाना चाहते हैं तो फिर साथ आइए। बंगाल को गुजरात बनाने की योजना है, लेकिन बंगाल गुजरात नहीं है।’