देश में पेट्रोल-डीजल की कीमतें लगातार बढ़ रही है। रविवार को राजधानी दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 28 पैसे बढ़कर 81.91 रुपये प्रति लीटर हो गई। वहीं, डीजल की कीमत 18 पैसे बढ़कर 73.72 रुपये प्रति लीटर हो गई।
मुंबई में भी पेट्रोल की कीमत में 28 पैसे का इजाफा हुआ है और इसकी कीमत 89.29 रुपये प्रति लीटर पहुंच गई। 19 पैसे की बढ़ोत्तरी के साथ डीजल की कीमत 78.26 रुपये प्रति लीटर पहुंच गई।
लेकिन तेल की बढ़ती कीमतों से केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले को कोई फर्क नहीं पड़ता क्योंकि वह एक मंत्री हैं, इसलिए उन्हें यह फोकट में मिलता है। जब उनका मंत्री पद चला जाएगा तब उन्हें फर्क पड़ेगा। ऐसा उन्होंने खुद कहा है।
केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता राज्यमंत्री रामदास आठवले ने शनिवार को कहा, “पेट्रोल-डीजल के भाव कम होने चाहिए। मेरी पार्टी की भूमिका भी ये है कि पेट्रोल-डीजल के भाव बढ़ रहे हैं। यह कम होना चाहिए। इसके लिए सरकार गंभीरता से सोच रही है।
पेट्रोलियम मंत्री धमेंद्र प्रधान के उपर जिम्मेदारी सौंपी गई है। मैं पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों से परेशान नहीं हूं क्योंकि मैं मंत्री हूं तो मुझे फोकट में पेट्रोल-डीजल मिलता है। मेरा मंत्री पद जाएगा तो मैं परेशान हो जाऊंगा। कीमत बढ़ने की वजह से जनता परेशान है। यह बात मैं समझ रहा हूं। कीमत कम करने की कोशिश सरकार कर रही है।” ये बातें उन्होंने राजस्थान में एक कार्यक्रम के दौरान कही।
अठावले ने यह भी कहा कि, “2014 में नरेंद्र मोदी जी ने विशेष कुछ काम नहीं किया था गुजरात छोड़कर, लेकिन अब 4-5 सालों में, ये जब 5 साल पूरे हो जाएंगे और 2019 का चुनाव आएगा, तो मुझे लगता है भाजपा 300प्लस जाएगी।”
केंद्रीय मंत्री इस बयान के बाद सोशल मीडिया यूजर्स ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की। एक यूजर लिखते हैं, “चिंता न करें मिस्टर अठावले, छह महीने के बाद आप इस लाभ को लेने के लायक नहीं रहेंगे। छह महीने तक मुफ्त में मिलने वाले इंधन का आनंद लीजिए।”