
दरअसल एक अंग्रेजी अखबार ने खुलासा किया था कि माल्या ने अधिकारियों को ई मेल भेजकर लोन मामले में फेवर मांगा था।
इस मामले में भाजपा ने कई पत्र जारी कर पूर्व पीएम डॉ. मनमोहन सिंह और पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम पर माल्या को लोन दिलाने में मदद करने का आरोप लगाया था।
इससे पहले माल्या ने ट्वीट किया कि सीबीआई जानबूझकर केवल वही मेल लीक कर रही है जिसमें मामले को भटकाया जा सके। माल्या ने आरोप लगाया कि इन ई-मेल्स के जरिए मेरे और यूपी सरकार के बीच सांठगांठ साबित करने की कोशिश की जा रही है।
बता दें कि माल्या अभी ब्रिटेन में हैं और ईडी और सीबीआई समेत तमाम जांच एजेंसियां किंगफिशर के लिए लोन केस में माल्या के खिलाफ जांच कर रही हैं। [एजेंसी]