आयकर विभाग ने 40 धार्मिक ट्रस्टों और अन्य संस्थाओं के एक समूह पर छापेमारी कर 500 करोड़ रुपये की अघोषित आय का पता लगाया है।
कर विभाग ने एक विज्ञप्ति में कहा है अब तक लगभग 93 करोड़ रुपये मूल्य की जब्ती की गई है। समूह की अघोषित आय का अनुमान 500 करोड़ रुपये से अधिक है।
कर अधिकारियों ने तलाशी अभियान के दौरान 43.9 करोड़ रुपये की नकद राशि जब्त की है। इस दौरान 25 लाख डॉलर (18 करोड़ रुपये) की विदेशी मुद्रा और लगभग 88 कि. ग्रा. सोना भी जब्त किया गया है।
छानबीन की कार्रवाई अभी भी जारी है। कर विभाग ने कहा, “खोजबीन अभी भी जारी है। चेन्नई, हैदराबाद, बैंगलोर और वरद्यापालम में स्थित लगभग 40 परिसरों को कवर किया गया है।
समाचार एजेंसी आईएएनएस के अनुसार एक आध्यात्मिक गुरु द्वारा संचालित ट्रस्टों और कंपनियों के समूह द्वारा भारत और विदेशों की कई कंपनियों में निवेश किया गया है, जिसमें कर मुक्त देश (टैक्स हेवन) भी शामिल हैं।
आयकर विभाग के अनुसार, चीन, अमेरिका, सिंगापुर, संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) आदि जगहों पर स्थित यह कंपनियां विदेशी ग्राहकों से धन प्राप्त करती हैं। विभाग का कहना है कि भारत में पेश किए जाने वाले आवासीय वेलनेस कोर्स के लिए यह राशि वसूली जाती है। विभाग अब इस समूह की कर प्रक्रिया की जांच में लगा हुआ है।
समूह की स्थापना 1980 के दशक में एक आध्यात्मिक गुरु ने ‘वननेस’ फिलोस्पी के साथ की थी। अब समूह भारत और विदेशों में अचल संपत्ति, निर्माण, खेल आदि क्षेत्रों में भी विस्तार कर चुका है।
समूह की ओर से विदेश से आवासीय ग्राहकों को आकर्षित कर विदेशी मुद्रा में धन अर्जित किया जाता है। ऐसी खुफिया जानकारी है कि समूह अपने धन को दबाने में लगा था। वह आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु में अचल संपत्ति में निवेश की तैयारी में भी थे।