दुबई [ TNN ] अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद्(आईसीसी) ने क्रिकेट में नए नियमों को हरी झंडी दे दी है। अब अगर आप अगर भारत-वेस्ट इंडीज के बीच वनडे के दौरान मैदान में मौजूद अंपायर किसी निर्णय को थर्ड अंपायर के पास रैफर करने से पहले अपनी अंगुली को सीने के पास रखे तो चौंकिएगा मत। दरअसल आईसीसी के एक अक्टूबर से लागू नए नियमों के तहत अंपायरों द्वारा हाथ से दिखाए जाने वाले संकेतों के कुछ नए तरीके लागू किए हैं, जिससे दर्शकों को उन्हें समझने में आसानी हो।
नए नियम के मुताबिक अगर फील्ड में मौजूद अंपायर को लगता है कि बल्लेबाज आउट है, लेकिन वह थर्ड अंपायर को यह निर्णय रैफर करता है तो अंपायर को इसका संकेत करना होगा। टीवी अंपायर को निर्णय रैफर करने से पहले अगर मैदान पर मौजूद अंपायर को लगता है कि बल्लेबाज आउट है तो उसे अपनी अंगुली को सीने के पास लगाकर इशारा करना होगा। इसी तरह अगर उसे लगता है कि बल्लेबाज नॉट आउट है तो दोनों हाथों को एक-दूसरे को क्रॉस करके नॉट आउट का सिग्नल देना होगा।
अब तक फील्ड अंपायर टीवी अंपायर की राय जानने के लिए वॉकी-टॉकी का सहारा लेते थे और दर्शकों को टीवी अंपायर के निर्णय के लिए ग्रीन या रेड लाइट के जलने का इंतजार करना पड़ता था। लेकिन नए नियमों से उन्हें टीवी अंपायर के पास जाने के पहले ही पता चल जाएगा कि फील्ड अंपायर क्या सोचता है।
नए नियम के मुताबिक फील्ड अंपायर रन आउट, स्टंपिंग, हिट विकेट, संदिग्ध कैच और बंप कैच की स्थिति में टीवी अंपायर की मदद ले सकता है। इसके मुताबिक बंप कैप, संदिग्ध कैच या किसी फील्डर द्वारा बाधा पहुंचाए जाने के मामले में मैदानी अंपायर टीवी अंपायर की मदद ले सकता है। इसके लिए उसे टीवी स्क्रीन का साइन बनाना होगा जो वह रन आउट और स्टंपिंग के निर्णयों को रैफर करने के लिए करता है। मैदानी अंपायर के निर्णय की समीक्षा करते हुए टीवी अंपायर पहले गेंद की वैधता और नो बॉल की जांच करेगा।