मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राजस्व विभाग को अधूरे पड़े केसिस को जल्द पूरा करने के लिए अलग ही अंदाज में चेतावनी दी है। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने सभी जिला कलेक्टरों को चेतावनी दी है कि रेवेन्यु विवाद से जुड़ा कोई भी मामला अगर एक महीने के भीतर नहीं सुलझाया गया तो वह राजस्व विभाग के अधिकारियों को उल्टा टांग देंगे। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक चौहान ने यह चेतावनी शनिवार (22 जुलाई) को भोपाल में पार्टी की राज्य कार्यकारिणी कमेटी की एक बैठक में दी। सीएम चौहान ने यह भी कहा कि वह खुद एक महीने बाद जिलों में जाकर इसका मुआयना करेंगे और अगर काम अधूरा पाया गया तो कलेक्टरों को उल्टा टांग देंगे।
भाषा को लेकर विपक्षी दलों द्वारा आलोचना के बाद पार्टी सूत्रों ने रविवार (23 जुलाई) को कहा कि सीएम ने कलेक्टर शब्द का इस्तेमाल नहीं किया था बल्कि राजस्व अधिकारियों को कहा था। हालांकि बेजीपी ने कोई आधिकारिक सफाई पेश नहीं की है। वहीं कांग्रेस ने चौहान की आलोचना की है। कांग्रेस सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि शिवराज सरकार में कृषि और राजस्व विभागों में भ्रष्टाचार काफी बढ़ गया है। सिंधिया ने कहा, “किसान, बीजेपी सरकार की गलत नीतियों के कारण परेशानी में हैं लेकिन सरकार इसका ठिकरा नौकरशाहों पर फोड़ कर बचने की कोशिश कर रही है। ऐसा करके सीएम अपनी जिम्मेदारी से बचना चाहते हैं।”
सिंधिया ने आगे कहा नौकरशाहों को बिना किसी डर के काम करना चाहिए और उनकी जवाबदेही जनता की तरफ होनी चाहिए। वहीं राज्य विधानसभा के नेता विपक्ष अजय सिंह ने भी शिवराज सिंह पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि अधिकारियों को दी गई ऐसी चेतावनी चौहान की अक्षमताओं को जाहिर करती हैं। सिंह ने आरोप लगाए कि बीजेपी प्रशासन का इस्तेमाल अपने राजनीतिक हित साधने के लिए कर रही है।