
महाराष्ट्र के नासिक जिले के त्र्यंबकेश्वर नगर परिषद में सफाई कर्मचारी भाउराव सोनावने ने बताया कि उन्होंने एसबीआई से उनका कर्ज ‘‘उसी तर्ज पर माफ करने की मांग की है जिस तरह बैंक ने माल्या का कर्ज माफ किया है। ’’ सोनावने ने बताया, ‘‘मैंने बैंक को पत्र लिखा कि माल्या का कर्ज माफ करने के उसके ‘अच्छे फैसले’ के लिए बधाई दी है। मैंने एसबीआई से मेरा रिण भी माफ करने का अनुरोध किया है। ’’ उन्होंने बताया कि यह कर्ज उन्होंने बेटे की बीमारी के इलाज के लिए लिया था और अभी तक बैंक प्रबंधक ने उनके पत्र का जवाब नहीं दिया है।
बहरहाल, वित्तमंत्री अरुण जेटली ने सरकार के नोटबंदी अभियान पर सदन में चर्चा के दौरान कहा था कि बट्टे खाते में डालने का मतलब कर्ज माफी नहीं है। कर्ज तो अभी भी बना हुआ है जिसे वसूलने की कोशिश जारी रहेगी। [एजेंसी]