रायपुर- छत्तीसगढ़ के जांजगीर में अनोखा मामला सामने आया है। यहां अवैध भवन निर्माण के आरोप में दिवंगत राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को नोटिस जारी करके जवाब मांगा गया है। जांजगीर के डभरा नगर पंचायत के मुख्य नगर पंचायत अधिकारी ने महात्मा गांधी को सात दिनों के अंदर भवन निर्माण संबंधी सभी दस्तावेज के साथ कार्यालय में अपस्थित होने का आदेश दिया है। इतना ही नहीं नोटिस का जवाब और हाजिर ना होने पर पालिका अधिनियम-1961 की विभिन्न धारा के तहत कानूनी कार्रवाई की भी चेतावनी भी दी है।
इस मामले की जानकारी मिलते ही कांग्रेस ने नगर पंचायत अधिकारी नीतू अग्रवाल के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। कांग्रेस का कहना है कि यह सब महात्मा गांधी का अपमान करने के लिए किया गया है।
कांग्रेस ने मुख्यमंत्री रमन सिंह के नाम थाना प्रभारी और डभरा एसडीएम को ज्ञापन सौंपते हुए नीतू अग्रवाल के खिलाफ एक्शन लेने की मांग की।
कांग्रेस ने धमकी दी है कि वह इस तरह महात्मा गांधी के अपमान को बर्दश्त नहीं करेगी। अगर तीन के अंदर एक्शन नहीं लिया गया तो सरकार को बंद और धरना-प्रदर्शन झेलने के लिए तैयार रहना चाहिए।
दरअसल, शासन के निर्देशानुसार सभी अवैध भवन निर्माण र्ताओ को नोटिस भेज कर निर्माण संबधी जानकारी मंगाई जा रही है, ताकि नए शुल्क लेकर नवीनीकरण किया जा सके। इसी के तहत पंचायत ने महात्मा गांधी को भी नोटिस भेज दिया, जबकि वे 30 जनवरी 1948 को ही दुनिया को अलविदा कह चुके हैं। पंचायत के इस कदम को कांग्रेस अतिउत्साह में उठाया गया फैसला बता रही है। [एजेंसी]