पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने सोमवार को कश्मीर मामले पर देश को संबोधित किया।
जम्मू-कश्मीर में भारत सरकार के फैसले से बौखलाए पाकिस्तानी पीएम इमरान खान ने कहा हम कश्मीरियों की आज़ादी के साथ खड़े हैं। हर हफ्ते कश्मीर के समर्थन में हम एक प्रोग्राम आयोजित करेंगे।
इमरान खान ने कहा मैं कश्मीरियों की आवाज़ बनूंगा। भारत ने आर्टिकल 370 हटाकर गलती की है। PoK में हमारी सेना पूरी तरह से तैयार है। हम कश्मीर के लिए किसी भी हद तक जाएंगे।
इमरान खान ने आगे कहा कि भारत ने ये गलती करके कश्मीरियों को आज़ादी के लिए खुली छूट दे दी है। अब संयुक्त राष्ट्र की ज़िम्मेदारी है कि वो अब कश्मीर के साथ खड़े हों।
पाकिस्तान और कश्मीर ही नहीं बल्कि दुनिया भर के सवा अरब मुसलमान यूनाइटेड नेशंस की तरफ उम्मीदों से देख रहे हैं।
परमाणु हमले पर धमकी देने के अंदाज में पाकिस्तानी पीएम ने कहा अगर जंग हुई तो दोनों के पास न्यूक्लियर हथियार हैं, इस जंग में कोई हारेगा या जीतेगा नहीं इसमें नुकसान दोनों तरफ का होगा।
इमरान खान ने कहा नरेंद्र मोदी ने कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाकर इतिहास की बड़ी भूल की है। इमरान ने कहा कि जब मैं सरकार में आया था तब से ही मैंने सिर्फ शांति प्रयासों को आगे बढ़ाया था हालांकि भारत की तरफ से हमेशा इन प्रयासों को भंग किया गया।
इमरान खान ने कहा भारत ने पहले पाकिस्तान को FATF से ब्लैकलिस्ट कराने की कोशिश की और अब कश्मीर के मुद्दे पर भी पाकिस्तान को बदनाम कर रहा है।
इमरान ने राष्ट्रीय स्वयं सेवक पर आरोप लगाए और कहा कि बीजेपी (BJP) की सभी नीतियों के पीछे इसी संगठन का हाथ रहता है।
RSS संगठन सिर्फ हिंदुओं को सबसे श्रेष्ठ मानता है जबकि बाकी सभी उनकी नज़र में सेकेंड क्लास सिटिजन हैं। पिछली भारतीय सरकारों ने भी RSS की भूमिका पर सवाल उठाए हैं।
भारत सरकार ने 5 अगस्त को संविधान के अनुच्छेद 370 के कुछ प्रावधानों को रद्द कर दिया है, जो जम्मू कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देता था।
इसके साथ ही सरकार ने राज्य को जम्मू-कश्मीर एवं लद्दाख, दो केंद्र शासित प्रदेशों में बांट दिया है। भारत सरकार के इस फैसले के बाद से भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया है।
भारत ने अमेरिका को स्पष्ट कर दिया है कि भारत और पाकिस्तान के बीच कश्मीर एक द्विपक्षीय मुद्दा है और इसमें किसी भी तीसरे पक्ष की कोई जरूरत नहीं है।