वॉशिंगटन : पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान, जो इस समय अमेरिका के दौरे पर हैं, उन्होंने 14 फरवरी को दक्षिण कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले को भारत में ही रची गई साजिश करार दिया है। इमरान ने यह बात उस समय कही जब यूएस इंस्टीट्यूट ऑफ पीस में बोल रहे थे। यूएस इंस्टीट्यूट ऑफ पीस अमेरिकी कांग्रेस की ओर से चलाया जा रहा एक थिंक टैंक है। आपको बता दें कि पुलवामा आतंकी हमले में सीआरपीएफ के काफिले को उस समय आत्मघाती हमलावर ने निशाना बनाया जब जवान जम्मू-श्रीनगर हाइवे से गुजर रहे थे। इस हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे।
इमरान ने थिंक टैंक के साथ बातचीत करते हुए कहा पाकिस्तान का नाम इस हमले में इसलिए लिया जा रहा है क्योंकि जैश-ए-मोहम्मद उनके देश से संचालित हो रहा है। इमरान के मुताबिक जैश, कश्मीर से भी संचालित होता है और यहां के ही स्थानीय शख्स ने इस हमले को अंजाम दिया। इमरान ने कहा, ‘पाकिस्तान में बहुत से आतंकी संगठन रहे हैं। लेकिन अब इस देश ने दृढ़ निश्चय कर लिया है।’ इमरान खान तीन दिनों के अमेरिकी दौरे पर थे और सोमवार को उन्होंने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात की थी।
इमरान की मानें तो वह भारत के साथ अच्छे रिश्ते चाहते हैं लेकिन कश्मीर ही इन अच्छे रिश्तों की आधारशिला है। इमरान की मानें तो उनकी पहली प्राथमिकता पड़ोसियों के साथ अच्छे संबंध कायम करना है। इमरान ने कहा जैसे ही उन्होंने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री का पद संभाला, अपने भारतीय समकक्ष नरेंद्र मोदी से संपर्क किया। उन्हें भरोसा दिलाया कि अगर भारत एक कदम आगे बढ़ता है तो वह दो कदम आगे बढ़ेंगे। इमरान ने यहां पर फिर अपनी उसी बात को दोहराया कि भारत और पाकिस्तान दोनों ही देश गरीबी से जूझ रहे हैं और सिर्फ अच्छे संबंध ही इससे निजात दिला सकते हैं।
पुलवामा आतंकी हमले को भारत की साजिश बताने वाले इमरान मुंबई आतंकी हमलों (26/11) के मास्टरमाइंड और लश्कर-ए-तैयबा के फाउंडर हाफिज सईद पर चुप्पी साध गए। उस पर पूछे गए सवाल पर इमरान ने तोड़-मरोड़कर जवाब दिया। इमरान ने बस इतना ही कहा कि वह किसी भी आतंकी संगठन को पाकिस्तान की सरजमीं से साजिश नहीं रचने देंगे। हाफिज को पाक में हाल ही में सांतवीं बार गिरफ्तार किया गया है। इमरान और ट्रंप की सोमवार को पहली वन-टू-वन मीटिंग थी। इमरान की मानें तो मुलाकात काफी अच्छी थी और इससे अमेरिका और पाक के द्विपक्षीय संबंध फिर से बेहतर हो सकेंगे।