इस्लामाबाद : 22 साल पहले क्रिकेट से राजनीति में आए इमरान खान की नई पारी शुरू हो रही है। शनिवार को उन्होंने एक विशेष कार्यक्रम में देश के 22वें प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण की। उनके इस शपथ ग्रहण कार्यक्रम में भारत से नवजोत सिंह सिद्धू शामिल हुए।
उनके अलावा पाकिस्तान के कई बड़े नेता और इमरान खान की तीसरी पत्नी बुशरा मेनका भी कार्यक्रम में शामिल हुई। शपथ ग्रहण कार्यक्रम में नवजोत सिंह सिद्धू को पाक अधिकृत कश्मीर के राष्ट्रपति के साथ बैठाया गया था। शपथ ग्रहण में इमरान कई बार अटकते नजर आए।
इससे पहले शुक्रवार को उन्हें पाकिस्तान का नया प्रधानमंत्री चुन लिया गया। नेशनल असेंबली में एकतरफा चुनाव में उन्होंने वरिष्ठ नेता शाहबाज शरीफ को हरा दिया।
पीएम चुने जाने के बाद इमरान खान ने उन लोगों के खिलाफ कार्रवाई का वादा किया है जिन्होंने देश को लूटा है। पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के छोटे भाई और पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के अध्यक्ष शाहबाज की पीएम पद की उम्मीदवारी को लेकर विपक्ष में दरार साफ नजर आई। बिलावल भुट्टो की नेतृत्व वाली पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) ने मतदान में हिस्सा नहीं लिया। उसके 54 सांसद हैं। इस कारण पीएम पद के लिए चुनाव मात्र औपचारिक रह गया।
नेशनल असेंबली के स्पीकर असद कैसर ने एलान किया कि पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के चेयरमैन 65 वर्षीय इमरान खान को 176 वोट जबकि उनके प्रतिद्वंद्वी शाहबाज को मात्र 96 वोट मिले हैं। संसद में अप्रिय स्थिति तब पैदा हुई जब नतीजे के एलान के वक्त विपक्ष के सांसदों ने नव निर्वाचित प्रधानमंत्री इमरान खान के लिए चोर-चोर के नारे लगाने शुरू किए। जेल में बंद नवाज शरीफ के पोस्टर लिए पीएमएल-एन समर्थक नारे लगा रहे थे-वोट को इज्जत दो। सदन में हंगामा होते देख स्पीकर कैसर कार्यवाही 15 मिनट के लिए स्थगित कर दी।
दोबारा कार्यवाही शुरू होने पर स्पीकर ने इमरान को सदन को संबोधित करने के लिए कहा। इमरान ने कहा-मैं मेरे देश से वादा करता हूं कि हम तब्दीली लाएंगे, जिसके लिए यह राष्ट्र इंतजार कर रहा है। हमें इस देश में सख्त जवाबदेही तय करनी होगी। जिन्होंने इस देश को लूटा है, मैं वादा करता हूं कि मैं उनके खिलाफ काम करूंगा।
मतदान के दौरान इमरान खान को मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट (सात सीट), बलूचिस्तान अवामी पार्टी (5), बलूचिस्तान नेशनल पार्टी (4), पाकिस्तान मुस्लिम लीग (3), ग्रैंड डेमोक्रेटिक एलायंस (3), अवामी मुस्लिम लीग व जमोरी वतन पार्टी (एक-एक सीट) समेत छोटी पार्टियों का समर्थन मिला।
इससे पहले शाहबाज समेत पीएमएल-एन के सांसद नेशनल असेंबली में हाथ में काली पट्टी बांधकर आए। 25 जुलाई को हुए आम चुनाव में कथित गड़बड़ी के विरोध में उन्होंने यह कदम उठाया। सत्र शुरू होने से पहले इमरान और शाहबाज ने एक दूसरे से हाथ मिलाया। इस सप्ताह की शुरूआत में स्पीकर और डिप्टी स्पीकर के लिए पीटीआई के उम्मीदवारों को क्रमशः 176 और 183 वोट मिले थे।
25 जुलाई को हुए चुनाव में पीटीआई को 116 सीटें मिली हैं। नौ निर्दलीय पार्टी में शामिल हो जाने से उसकी संख्या बढ़कर 125 पर पहुंच गई। महिलाओं के आरक्षित 60 में से 28 और अल्पसंख्यकों के लिए आरक्षित 10 में से पांच सीटें पीटीआई को मिलीं। इस तरह उसका कुल आंकड़ा 158 पर पहुंच गया।
इमरान शनिवार को देश के 22वें पीएम पद की शपथ लेंगे। वर्ष 2008 से पाकिस्तान में यह सतत तीसरी लोकतांत्रिक सरकार होगी। वर्ष 2008 में पीपीपी की सरकार बनी थी। वर्ष 2013 में पीएमएल-एन जीती और नवाज शरीफ पीएम बने।
संसद के निचले सदन में इमरान की गठबंधन सरकार को भले ही मामूली बहुमत हासिल हो लेकिन ऊपरी सदन सीनेट में विपक्ष का ही दबदबा है। इससे आने वाले समय में इमरान को खासी मुश्किलें पेश आने वाली हैं। इस बात को पाकिस्तानी मीडिया भी स्वीकार कर रहा है। नई सरकार के समक्ष सबसे पहली और बड़ी चुनौती तंगहाली के हालात से निजात पाने की होगी।