इस्लामाबाद: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान पुलवामा हमले के बाद पहली बार प्रेस कांफ्रेंस करने के लिए बाहर आए हैं। इमरान खान ने रेडियो पाकिस्तान पर आकर कहा कि उनका यह ‘नया पाकिस्तान’ है और हम इसी कोई हरकत नहीं करते हैं। इमरान खान ने कहा कि इस हमले के पीछे अगर कोई सबूत है तो वह हमें दे, हम इस पर कार्रवाई करने के लिए तैयार है। पाकिस्तान के पीएम ने कहा कि हम दहशतगर्दी के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए तैयार है। हालांकि, इमरान खान ने साथ में यह भी कहा अगर भारत ने हमला किया, तो जंग का जवाब जंग से दिया जाएगा।
प्रेस कांफ्रेंस में आते ही पाकिस्तान के पीएम इमरान खान ने कहा कि वे इतने दिन इसलिए चुप बैठे थे, क्योंकि सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस इस्लामाबाद के दौरे पर थे। खान ने कहा, ‘क्या हम ऐसा कोई काम करेंगे जब सऊदी क्राउन प्रिंस पाकिस्तान का दौरा कर रहे है। क्या कोई मूर्ख भी होगा तो प्रेस कांफ्रेंस करेगा और अगर इससे फायदा होगा तो हमें क्या फायदा होगा?’
खान ने आगे कहा,’पाकिस्तान जब स्थायित्व की तरफ जा रहा है, तब हम क्यों दहशतगर्दी की तरफ जाएंगे? मैं भारत सरकार से कहना चाहता हूं कि आप बार-बार पाक को क्यों जिम्मेदार बताते रहेंगे। हम स्टेबिलिटी चाहते हैं। हमारा अब नया पाकिस्तान है। आप किसी भी तरह की जांच कराना चाहते है तो हमें बताएं। हम एक्शन लेंगे। ये इसलिए लेंगे क्योंकि अगर कोई पाकिस्तान की जमीन इस्तेमाल कर रहा है तो कार्रवाई होगी।’
इमरान खान ने कहा कि दहशतगर्दी में हमारे खुदे के 70 हजार पाक सैनिक मारे गए हैं। इमरान कश्मीर ने कहा कि हम बातचीत करने के लिए तैयार है और इसी से ही ही मसले का हल होगा। हम आतंक पर बात करने को तैयार हैं। अगर आप सोच रहे हैं कि आप पाक पर हमला करेंगे तो पाकिस्तान भी पीछे नहीं रहेगा। हम पीछे नहीं हटेंगे। हम दहशतगर्दी की बात करेंगे। उन्होंने कहा कि हम युद्ध का पूरा जवाब देंगे।
14 फरवरी को सीआरपीएफ के कॉन्वॉय पर हुए आतंकी हमले में 40 से अधिक जवान शहीद हो गए थे। यह एक आत्मघाती हमला था जिसे जैश के आतंकी आदिल अहमद डार ने अंजाम दिया था। आदिल, पुलवामा के ही कोकरेगांव का रहने वाला था।
पुलवामा हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान को घेरने की तैयारी कर दी है। नई दिल्ली P-5 देशों के साथ दुनिया के कई बड़े देशों से बात कर पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अलग थलग करने की तैयारी शुरू कर दी है। पुलवामा हमले के दूसरे दिन ही भारत ने पाकिस्तान से ‘मोस्ट फेवर्ड नेशन’ दर्जा वापस ले लिया था। उधर भारत ने पाकिस्तान में अपने राजदूत को भी नई दिल्ली वापस बुला लिया है। वहीं, जम्मू कश्मीर में पाकिस्तान समर्थित हुर्रियत को मिलने वाली सभी सुविधाओं को नई दिल्ली ने वापस ले लिया है।