इस्लामाबाद : पाकिस्तान में सत्ता का संघर्ष चरम पर पहुंच गया है। एक दिन पहले सीनेट चुनाव में अपने वित्त मंत्री हफीज शेख की हार के बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की सरकार पर खतरा मंडराने लगा है। पाकिस्तान की प्रमुख विपक्षी दलों ने इमरान से प्रधानमंत्री पद छोड़ने की मांग की है। साथ ही सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव भी लाने की घोषणा की है। इस बीच, सरकार ने शनिवार को नेशनल असेंबली सेशन बुलाने की घोषणा की है। सेशन में इमरान सरकार रहेगी या जाएगी इसका फैसला हो जाएगा।
सुबह सेना और ISI प्रमुख से मिले, फिर देश को संबोधित किया
इससे पहले, सेना प्रमुख जनरल बाजवा और ISI के चीफ लेफ्टिनेंट जनरल फैज हमीद ने गुरुवार को प्रधानमंत्री आवास पर इमरान खान से मुलाकात की। इसके बाद इमरान के मंत्री ने असेंबली सेशन बुलाने की घोषणा की। इतना ही नहीं देर शाम इमरान खान ने भी देश को संबोधित किया। जिसमें उन्होंने विपक्ष पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि सीनेट चुनाव में पैसों का खेल हुआ है। मैं असेंबली जाऊंगा और बहुमत साबित करूंगा। अगर ऐसा नहीं हुआ तो विपक्ष में बैठूंगा। वे इस दौरान काफी भावुक भी दिखे।
पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ पर हमला बोला
संबोधन के दौरान उनके निशाने पर देश के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ रहे। उन्होंने कहा कि नवाज शरीफ मुल्क का पैसा लेकर विदेश में बैठे हुए हैं। उसके बच्चे बाहर बैठे हैं। सब अरबपति हैं। कोई करप्शन के आरोप से जेल से छूटता है तो लोग फूल फेंकते हैं। ऐसे कैसे करप्शन खत्म होगा। हमें फिक्र आने वाली जनरेशन की है। हम ऐसे लोगों को अपना लेंगे, तो सोचिए कि आप अपने मुल्क को ऊपर ले जाना चाहते हैं, या इन चोरों के साथ खड़े होना चाहते हैं।
मैं ट्रैवल और सिक्योरिटी के अलावा सरकार से कोई पैसा नहीं लेता
इमरान ने कहा कि मेरे ऊपर ये लोग विश्वास मत की तलवार उठा रहे हैं। इन्हें लगता है कि कुर्सी मुझे बहुत प्यारी है। मैं शनिवार को असेंबली जा रहा हूं। अगर विश्वास मत साबित नहीं कर पाया तो विपक्ष में बैठ जाऊंगा। ट्रैवल और सिक्योरिटी के अलावा मैं सरकार से कोई पैसा नहीं लेता। इसमें भी 10 गुना खर्च कम किया है। मैं विपक्ष में रहूं या असेंबली से बाहर रहूं। जब तक मैं जिंदा हूं, मुल्क में कानून के लिए लड़ता रहूंगा। यह मुल्क अच्छे दिन तभी देखेगा, जब ये सभी चोर जेल में होंगे।
शनिवार को तय होगी इमरान की किस्मत
देश में कई महीनों से सियासी उठापटक चल रही है। जियो न्यूज के मुताबिक, सरकार को विश्वास मत हासिल करने के लिए नेशनल असेंबली का सेशन बुलाना जरूरी है। देश के सूचना मंत्री शिबली फराज ने कहा कि यह सेशन शनिवार दोपहर बुलाया गया है। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री ने एक और फैसला लिया है। पार्टी के सीनियर लीडर्स और सरकार के सहयोगियों के साथ सलाह के बाद यह तय किया गया है कि सादिक संजरानी सीनेट के अध्यक्ष पद के लिए फिर से हमारे उम्मीदवार होंगे।
सीनेट चुनाव में वित्त मंत्री ही हारे
सीनेट चुनावों में सत्तारूढ़ पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) ने 18 सीटें हासिल की हैं। हालांकि, विपक्षी पार्टी पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) के उम्मीदवार यूसुफ रजा गिलानी ने इस्लामाबाद सामान्य सीट से PTI के हफीज शेख को हरा दिया। यह हार PTI के लिए बड़ा झटका है, क्योंकि शेख इमरान सरकार में वित्त मंत्री हैं। शेख के लिए खुद इमरान खान ने वोट मांगे थे। गिलानी ने शेख को 169 वोट से हराया।