नई दिल्ली – पूर्वी दिल्ली नगर निगम के सफाई कर्मचारियों की हड़ताल खत्म होने के अगले दिन आम आदमी पार्टी (आप) के नेता दिल्ली में झाड़ू लगाकर सफाई करते नजर आए। चांदनी चौक में आशुतोष और अलका लांबा ने कूड़ा उठाया, तो उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने अपने विधानसभा क्षेत्र पटपड़गंज में कूड़ा उठाकर दिल्ली को फिर से साफ करने की कवायद की। हालांकि, कुछ इलाकों में बीजेपी के नेताओं और स्थानीय लोगों ने इसका विरोध किया। विरोधियों का कहना है कि जब सफाईकर्मी काम पर लौट आए हैं तो ‘आप’ के नेता नौटंकी करने सड़कों पर उतर आए हैं।
‘आप’ के नेता सुबह जगह-जगह सड़कों पर कूड़ा उठाते दिखे। मनीष सिसोदिया ने आलोचनाओं को खारिज करते हुए कहा, ‘हमने सफाई कर्मचारियों की मदद के लिए झाड़ू उठाया है। दिल्ली सरकार के पास उन्हें देने के लिए पैसे नहीं हैं, इसके बावजूद हमने उन्हें सैलरी देने के लिए कुछ फंड रिलीज किया है। अगर बीजेपी एमसीडी कर्मियों को सैलरी नहीं दे सकती तो हम न सिर्फ हम उन्हें सैलरी देंगे बल्कि सफाई में उनकी मदद भी करेंगे।’
‘आप’ के सफाई अभियान को कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने नौटंकी करार दिया है। दिग्विजय सिंह ने ट्वीट कर कहा,’सफाई कर्मचारियों के हड़ताल खत्म करने के बाद आम आदमी पार्टी सफाई अभियान चला रही है। यह उनके लिए फोटो खिंचवाने का अवसर है। मोदी और केजरीवाल नौटंकी में मास्टर हैं।’ बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सतीश उपाध्याय ने कहा, ‘अरविंद केजरीवाल शासन चलाने में पूरी तरह से विफल हो गए हैं। वह सरकार चलाने के बजाय एलजी, केंद्र और दूसरों से लड़ाई में व्यस्त हैं।’
‘आप’ नेताओं को सफाई के दौरान विरोध का भी सामना करना पड़ा। कृष्णानगर इलाके में सफाई करने पहुंचे विधायक एस के बग्गा और उनके समर्थकों को स्थानीय लोगों ने सफाई करने से रोक दिया। विरोध कर रहे लोगों और बीजेपी कार्यकर्ताओं का कहना था कि जब पैसा रिलीज हो गया तो अब वे यहां क्यों आए हैं। इसी दौरान दोनों पक्षों के बीच कहासुनी हो गई और जमकर नारेबाजी करने लगे। बलदेव पार्क इलाके में सफाई करने पहुंचे आशीष खेतान और उनके समर्थकों को स्थानीय लोगों ने सफाई करने से रोक दिया।