इंदौर- मध्य प्रदेश के इंदौर में संयोगितागंज पुलिस ने एक छात्रा की शिकायत पर दो बदमाशों के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज किया है। छात्रा ने जॉब के लिए नौकरी डॉट काम पर रिज्यूम डाला था। बदमाशों ने उसकी पर्सनल डिटेल निकालकर फोन नंबर लगाया। वह कंपनी के अधिकारी बनकर बात करने लगे और कहा कि आपका चयन हो गया है। सिक्यूरिटी फीस के नाम पर स्र्पए जमा कर दो। छात्रा ने विश्वास कर उनके दिए बैंक खाते में दो बार स्र्पए जमा करा दिए।
पुलिस के अनुसार शनिवार रात श्यामाचरण शुक्ल नगर की पिंकी पिता मुकेश भार्गव की शिकायत पर जिगनेश भट्टाचार्य और विक्रम मल्होत्रा के खिलाफ केस दर्ज किया। पिंकी ने बताया कि वह बीए कर चुकी है। अभी भी उनकी पढ़ाई जारी है। वह जॉब भी ढूंढ रही है।
नौकरी डॉट काम पर रिज्यूम डाल रखा है। विक्रम मल्होत्रा नामक व्यक्ति का फोन आया उसने खुद को कंपनी का अधिकारी बताते हुए कहा कि आपका चयन एचसीएल कंपनी में हो चुका है। फिर सिक्यूरिटी फीस के लिए 8 हजार स्र्पए जमा करने के लिए फोन आने लगे। उन्होंने राशि के लिए कई फोन किए।
पिंकी ने कहा कि मैंने विश्वास में आकर उनके बताए पंजाब नेशनल बैंक के खाते में स्र्पया जमा कर दिया। उसके बाद वह फिर से फोन करने लगे। उन्होंने कहा कि 15800 स्र्पए और देना होंगे। स्र्पए के साथ बैंक की रसीद को ईमेल एकाउंट पर पर भेज दे। दोबारा उनके खाते में स्र्पया जमा करवाए। उसके बाद वह कहने लगे कि अब आपको कोई रकम नहीं देना होगी।
चयन नहीं होता है तो स्र्पए वापस लौटाएंगे
ठग पिंकी और उसके परिजन के मोबाइल पर संपर्क में थे। वह फिर से फोन करके बोलने लगे कि 15 हजार स्र्पए आपको देना होंगे। यदि आपका चयन नहीं हुआ तो सारे स्र्पए लौटा दिए जाएंगे। उन्होंने एसबीआई बैंक में स्र्पया जमा करने के लिए कहा था। वह खाता किसी दीपक कुमार शुक्ला के नाम पर था। वह पिंकी को झांसा देने लगे कि स्र्पया जमा होने के बाद प्रक्रिया पूरी होगी और आपको अपाइंटमेंट लेटर मिल जाएगा। आप नौकरी ज्वाइन कर सकती हो। शक होने पर स्र्पया जमा नहीं किया। दोनों से जमा किए स्र्पए लौटाने के लिए कहा तो वह फोन पर ही भड़क गए। उसके बाद कई बार उन्हांेने फोन नहीं उठाया और फिर मोबाइल बंद कर लिया। घटना मई व जून माह में हुई। शिकायत के लिए संयोगितागंज थाने पहुंचे लेकिन पुलिस ने सुनवाई नहीं की।
डीआईजी के निर्देश के बाद हुआ केस दर्ज
डीआईजी हरिनारायणचारी मिश्रा को परिजन ने इस केस की शिकायत की। मिश्रा ने आनलाइन ठगी के मामलों को गंभीरता से लेते हुए संयोगितागंज पुलिस को केस दर्ज कर जांच करने के निर्देश दिए। उसके बाद शनिवार को संयोगितागंज थाने में केस दर्ज हुआ। पुलिस बदमाशों के मोबाइल नंबर और बैंक खातों के आधार पर आरोपियों की तलाश कर रही है।