आईआईएससी मॉडल संक्रामक रोगों के गणितीय मॉडलिंग में एक प्रतिमान है और यह देश के कोविड-19 डाटा और इस वर्ष 23 मार्च से 18 जून के बीच सामने आए मामलों पर आधारित है। हालांकि, देश में मौजूदा कोविड-19 स्थिति को ध्यान में रखते हुए अनुमान अलग होने की संभावना भी है।
नई दिल्लीः भारत में कोविड-19 संक्रमण को लेकर भारतीय विज्ञान संस्थान (आईआईएससी) ने एक अनुमान लगाया है। इसके अनुसार, देश में सबसे बेहतर स्थिति में मार्च 2021 तक कुल संक्रमितों की संख्या 37.4 लाख तक पहुंच जाएगी। वहीं, सबसे बुरी स्थिति में इस दौरान 6.18 करोड़ लोग संक्रमित हो जाएंगे।
आईआईएससी मॉडल संक्रामक रोगों के गणितीय मॉडलिंग में एक प्रतिमान है और यह देश के कोविड-19 डाटा और इस वर्ष 23 मार्च से 18 जून के बीच सामने आए मामलों पर आधारित है। हालांकि, देश में मौजूदा कोविड-19 स्थिति को ध्यान में रखते हुए अनुमान अलग होने की संभावना भी है।
इस मॉडल के सबसे बुरे परिदृश्य प्रक्षेपण में मार्च 2021 के अंत तक भारत में कोविड-19 के चरम पर नहीं पहुंचने की संभावना है। वहीं, सबसे बेहतर परिदृश्य में भारत में कोविड-19 सितंबर के दूसरे सप्ताह या अक्तूबर तक चरम पर पहुंच सकता है।
नए संक्रमणों की दर में कटौती के लिए मॉडल ने हर हफ्ते सप्ताह एक या दो दिन के लॉकडाउन पर जोर दिया है। इस अध्ययन में कहा गया है कि हर सप्ताह एक या दो दिन का लॉकडाउन और लोगों द्वारा सामाजिक दूरी का पालन करने से संक्रमण में काफी हद तक कमी आ सकती है।
इसने भारत की कोविड-19 रिकवरी दर में निरंतर सुधार को भी ध्यान में रखा और उचित चिकित्सा देखभाल और समय पर क्वारंटीन सुविधा में जाने पर भी जोर दिया है। इसमें कहा गया है कि वैक्सीन नहीं होने के कारण कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग, क्वारंटीन और सामाजिक दूरी संक्रमण को रोकने के लिए बेहतर विकल्प है।
वहीं, केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक, पिछले 24 घंटे में 32,695 नए मामले सामने आए हैं और 606 लोगों की मौत हुई है। इसके बाद देशभर में कोरोना पॉजिटिव मामलों की कुल संख्या 9,68,876 हो गई है। जिनमें से 3,31,146 सक्रिय मामले हैं, 6,12,815 लोग ठीक हो चुके हैं या उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है और अब तक 24,915 लोगों की मौत हो चुकी है।