नई दिल्ली- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को देश की आजादी की 70वीं वर्षगांठ के मौके पर लाल किले की प्राचीर से देशवासियों को संबोधित करते हुए कहा कि जवाबदेही सुशासन के मूल में है।
प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में कहा, “जवाबदेही सुशासन के मूल में होनी चाहिए।” मोदी ने कहा, “सुशासन का मतलब सामान्य नागरिकों के जीवन में बदलाव है। इसका मतलब है सरकार सामान्य नागरिकों के प्रति संवेदनशील, जिम्मेदार तथा समर्पित है।”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को कहा कि उनकी सरकार ने शासन की गुणवत्ता में नाटकीय ढंग से सुधार किया है। उन्होंने कहा कि सरकार ने लोगों को अस्पतालों में इलाज के लिए ऑनलाइन बुकिंग की सुविधा प्रदान करने का फैसला लिया था।
राष्ट्रीय राजधानी स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि इसी तरह का बदलाव देश के 40 प्रमुख अस्पतालों में लाया गया है।
उन्होंने कहा कि इसी प्रकार, बस केवल एक मिनट में रेलवे की 15 हजार टिकटें ऑनलाइन कट रही हैं प्रधानमंत्री ने कहा, “जब मैं सुराज (सुशासन) के बारे में बात करता हूं, तो इसका मतलब देश के हर नागरिक के जीवन में बदलाव लाना है।”
भारत को प्रगति की नई ऊंचाइयों को छूना चाहिए :-
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि देश की ऊर्जा को प्रगति की नई ऊंचाई तक ले जाने के लिए मदद करनी चाहिए। मोदी ने कहा, “आज इस विशेष दिवस पर मैं देश में रहने वाले 125 करोड़ लोगों व विदेशों में रहने वाले भारतीय समुदाय को बधाई देता हूं।” उन्होंने कहा, “मैं उम्मीद करता हूं कि देश की यह ऊर्जा आने वाले वक्त में देश को प्रगति की नई ऊंचाई तक पहुंचाने में मदद करेगी।”
भारतीयों में समस्याओं से सफलतापूर्वक निपटने की क्षमता :-
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि देश के समक्ष लाखों समस्याएं हैं, लेकिन भारतीयों में इससे सफलतापूर्वक निपटने की क्षमता है। मोदी ने स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य पर लाल किले की प्राचीर से अपने संबोधन में कहा, “हां, हमने कई समस्याओं का सामना किया है, लेकिन हम इनसे निपटने में सक्षम हैं।”
मोदी ने कहा, “भारत में लाखों समस्याएं हैं, लेकिन देश के 125 करोड़ नागरिकों के पास इससे सफलतापूर्वक निपटने की क्षमता है।”
मध्यम वर्ग में कर के प्रति डर को दूर करेंगे :-
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि देश का सामान्य नागरिक पुलिस से ज्यादा आयकर अधिकारियों से डरता है और सरकार इसे बदलेगी।
मोदी ने कहा, “मध्यम वर्ग के लोग पुलिस की तुलना में कर से ज्यादा भयभीत रहते हैं। इस स्थिति को बदलने की जरूरत है। मैं इसे बदलकर रहूंगा।” उन्होंने कहा, “एक समय में ईमानदार नागरिक कर अदा करते थे, लेकिन एक बार जब पैसा सरकार के कोष में चला जाता था, तब वापसी में महीनों का समय लगता था।”
उन्होंने कहा, “लेकिन अब हालात बदल चुके हैं और वापसी की प्रक्रिया ऑनलाइन है और यह कुछ सप्ताह में हो जाता है।”
भारतीयों में समस्याओं से सफलतापूर्वक निपटने की क्षमता :-
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि देश के समक्ष लाखों समस्याएं हैं, लेकिन भारतीयों में इससे सफलतापूर्वक निपटने की क्षमता है।
मोदी ने स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य पर लाल किले की प्राचीर से अपने संबोधन में कहा, “हां, हमने कई समस्याओं का सामना किया है, लेकिन हम इनसे निपटने में सक्षम हैं।” मोदी ने कहा, “भारत में लाखों समस्याएं हैं, लेकिन देश के 125 करोड़ नागरिकों के पास इससे सफलतापूर्वक निपटने की क्षमता है।”
जन धन योजना ने असंभव को संभव बनाया :-
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि जन धन योजना से 21 करोड़ लोगों को जोड़कर असंभव को संभव बना दिया गया। प्रधानमंत्री जन धन योजना से बैंक खाते खोलने में मदद मिली है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि लोगों को जन धन योजना से जोड़ना असंभव कार्य था क्योंकि कई लोग मुख्यधारा से परे थे। मोदी ने कहा कि सरकार सभी सरकारी योजनाओं को आधार से जोड़ने का प्रयास कर रही थी।
सरकार का उद्देश्य सामान्य नागरिकों के जीवन में बदलाव लाना :-
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि उनकी सरकार का उद्देश्य देश के सामान्य नागरिक के जीवन में बदलाव लाने पर है। उन्होंने कहा कि कम से कम समय में आधार कार्ड व पासपोर्ट जारी करने तथा आयकर रिफंड की उपलब्धि को सफलता पूर्वक प्राप्त कर लिया गया है।
देश की आजादी की 70वीं वर्षगांठ के मौके पर लाल किले की प्राचीर से देश को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा, “लोग पुलिस अधिकारियों से ज्यादा आयकर अधिकारियों से डरते हैं, खासकर मध्यम वर्ग के लोग। मैं इसे बदलना चाहता हूं।”
उन्होंने कहा, “पहले आयकर रिफंड में काफी वक्त लगता था, लेकिन अब यह तीन सप्ताह के अंदर हो जाता है।” मोदी ने कहा, इसी तरह पासपोर्ट बनवाने में पहले छह से आठ महीने का वक्त लगता था, लेकिन अब यह कुछ सप्ताह में ही बन जाता है, भले ही आज की तारीख में सालाना लगभग दो करोड़ लोग पासपोर्ट के लिए आवेदन करते हैं।
पहले सालाना लगभग 20 हजार लोग पासपोर्ट के लिए आवेदन करते थे। उन्होंने अपने भाषण में कहा, “हमने 70 करोड़ भारतीयों को अधार कार्ड तथा सामाजिक सुरक्षा योजनाओं से जोड़ा है।”
प्रधानमंत्री मोदी ने ऊर्जा के मुद्दे पर कहा कि उनकी सरकार का ध्यान ऊर्जा के नवीकरणीय स्रोतों पर है, खासकर सौर व पवन ऊर्जा पर। उन्होंने कहा कि बाजार में 350 रुपये में मिलने वाले एलईडी बल्ब को उनकी सरकार मात्र 50 रुपये में उपलब्ध करा रही है।
मोदी ने कहा कि अब तक, ऐसे 13 करोड़ बल्ब वितरित किए जा चुके हैं और हमारा लक्ष्य 77 करोड़ बल्ब वितरित करना है। इन 70 करोड़ एलईडी बल्बों से 1.25 लाख करोड़ रुपये कीमत की 20 हजार मेगावाट बिजली की बचत होगी। उन्होंने कहा कि सुदूरवर्ती इलाकों तक बिजली पहुंचाने के लिए 50 हजार किलोमीटर पारेषण (ट्रांसमिशन) लाइन का निर्माण किया गया है, जबकि पहले यह 30-35 हजार किलोमीटर थी।
प्रधानमंत्री ने कहा, “बिजली की सुविधा से महरूम 18 हजार गांवों में से 10 हजार गांवों तक बिजली पहुंचाई जा चुकी है।” उन्होंने कहा, “आजादी के 60 साल के बाद केवल 14 करोड़ एलपीजी (रसोई गैस) का कनेक्शन दिया गया था, जबकि हमने मात्र 60 सप्ताह के अंदर चार करोड़ नए कनेक्शन दिए।”
मजबूत राष्ट्र के लिए सामाजिक न्याय जरूरी :-
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को कहा कि एक सशक्त समाज के लिए सामाजिक न्याय जरूरी है, जो एक मजबूत देश की गारंटी देगा। उन्होंने कहा, “केवल आर्थिक विकास एक मजबूत राष्ट्र की गारंटी नहीं दे सकता, हमें एक सशक्त समाज की भी जरूरत है।”
उन्होंने कहा कि सामाजिक न्याय पर धयान देने की जरूरत है। प्रधानमंत्री ने कहा कि दलित, पिछड़ा, जनजाति समुदाय, शिक्षित तथा अशिक्षित कुल 1.25 करोड़ भारतीय एक परिवार के सदस्य हैं।
डाकघर भुगतान बैंकों में तब्दील किए जाएंगे :-
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को कहा कि देश भर के डाकघरों को ‘भुगतान बैंकों’ में तब्दील किया जाएगा। नरेंद्र मोदी ने कहा, “डाकघरों को भुगतान बैंकों में तब्दील किया जाएगा।”
उन्होंने कहा कि सरकार के इस कदम से बैंकों का एक जाल तैयार होगा, जिससे लोगों को मदद मिलेगी। प्रधानमंत्री ने कहा कि प्रौद्योगिकी के आगमन से डाकघर अप्रासंगिक होते जा रहे थे और सरकार का ध्यान इसे प्रासंगिक बनाए रखना है। प्रधानमंत्री ने कहा, “हर कोई डाकिये से प्यार करता है।”
बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान के लिए सामाजिक सहयोग की जरूरत :-
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ योजना के लिए समाज के सभी वर्गो से सहयोग मांगा। मोदी ने लाल किले की प्राचीर से अपने संबोधन में कहा, “मुझे अभी भी बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ के लिए सामाजिक सहयोग की जरूरत है।”
उन्होंने कहा कि एक स्वस्थ, शिक्षित और आर्थिक रूप से स्वतंत्र महिला एक पूरे परिवार को गरीबी से ऊपर उठा सकती है। उन्होंने पिछले सप्ताह राज्यसभा में पारित हुए मातृत्व अवकाश विधेयक का भी उल्लेख किया जिसमें मातृत्व अवकाश की अवधि बढ़ाकर 26 सप्ताह की गई है।
हमने महंगाई दर को 6 प्रतिशत से नीचे लाया : –
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि उनकी सरकार दो बार खराब मानसून के बावजूद वार्षिक महंगाई दर को छह प्रतिशत से नीचे लाने में सफल रही।
वहीं, पहले महंगाई दर 10 प्रतिशत थी। मोदी ने कहा, “लगातार दो साल तक सूखे की मार झेलने के कारण हमारी सरकार ने महंगाई के रूप में कई चुनौतियां झेलीं।” उन्होंने कहा, “पिछली सरकार में महंगाई ने 10 प्रतिशत के स्तर को पार कर लिया था, लेकिन हमने इसे छह प्रतिशत से अधिक नहीं बढ़ने दिया।”
ग्रामीण सड़क निर्माण को नई गति मिली :-
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में सड़कों के निर्माण को सरकार ने नई गति दी है और प्रतिदिन 100 किलोमीटर के हिसाब से सड़क का निर्माण हुआ है।
]मोदी ने कहा कि महत्वाकांक्षी ग्रामीण सड़क संपर्क कार्यक्रम पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी सरकार ने शुरू किया था, लेकिन बाद में इसका क्रियान्वयन बेहद धीमी गति से हुआ। मोदी ने कहा कि ग्रामीणों के सड़क के सपने को साकार करने में मदद के लिए उनकी सरकार ने प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना को नई गति दी।
उन्होंने कहा, “इससे पहले सड़क निर्माण प्रतिदिन 70-75 किलोमीटर की दर से किया जा रहा था। आज की तारीख में यह प्रतिदिन 100 किलोमीटर की दर से हो रहा है।”
मोदी ने पर्याप्त खाद्य भंडारण के लिए किसानों को बधाई दी:-
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को देश के किसानों को बधाई दी, जिन्होंने दो साल तक सूखे की मार झेलने के बाद भी खाद्य भंडारण को बनाए रखा है।
मोदी ने कहा कि उनका उद्देश्य किसानों की आय साल 2020 तक दोगुनी करना है। मोदी ने कहा, “मेरा सपना किसानों की आय 2020 तक दोगुनी करना है।” उन्होंने कहा कि सरकार दालों की पैदावार को बढ़ावा दे रही है और इनकी बुआई इस साल 1.5 गुना बढ़ी है। [एजेंसी]