बियारिट्ज: 24 से 26 अगस्त तक फ्रांस के बियारिट्ज में जी7 यानी ग्रुप ऑफ सेवेन शिखर सम्मेलन का अयोजन हो रहा है। पहली बार भारत भी इस सम्मेलन का हिस्सा है लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि भारत इस संगठन में शामिल नहीं है। इसके बाद भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यहां पर देश का प्रतिनिधित्व करने के लिए मौजूद हैं। अमेरिका, यूके, फ्रांस, इटली, कनाडा, जापान और जर्मनी, जी7 के सदस्य देशों में शामिल हैं। आइए आपको बताते हैं कि आखिर क्यों भारत इस वर्ष इसका हिस्सा बना है और क्यों पीएम मोदी इसमें शिरकत कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएलन मैंक्रो ने खासतौर पर इस समिट के लिए इनवाइट किया था। पीएम मोदी इस समिट में बतौर स्पेशल गेस्ट शामिल हो रहे हैं। विदेश मंत्रालय की ओर से इस पर आधिकारिक बयान दिया गया था। इस बयान में कहा गया था कि जी7 के लिए फ्रांस का आमंत्रण यह बताने के लिए काफी है कि दोनों नेताओं के बीच किस तरह की पर्सनल केमेस्ट्री है। इस आमंत्रण से इस बात की जानकारी भी मिलती है कि भारत को अब एक विशाल अर्थव्यवस्था के तौर पर दुनिया में पहचाना जाने लगा है। पीएम मोदी रविवार को फ्रांस के बियारिट्ज पहुंचे हैं।
जी7 समिट का आयोजन ऐसे समय में हो रहा है जब भारत ने जम्मू कश्मीर आर्टिकल 370 को हटा दिया है। इसके साथ ही राज्य को मिला विशेष दर्जा भी खत्म हो चुका है। पीएम मोदी ने जहां यूनाइटेड नेशंस चीफ एंटोनियो गुटारेशे से मुलाकात की तो आज उनकी मुलाकात अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से होगी। पीएम मोदी ने समिट से अलग यूके के पीएम बोरिस जॉनसन से मुलाकात की। पीएम मोदी ने जॉनसन के साथ भारत और यूके के संबंधों को और मजबूत करने की दिशा में किए जाने वाले उपायों पर चर्चा की।
आज राष्ट्रपति ट्रंप से मुलाकात करते समय अलग पीएम मोदी और ट्रंप के बीच कश्मीर के साथ ही आर्टिकल 370 पर भी चर्चा हो सकती है। सूत्रों की मानें तो राष्ट्रपति ट्रंप, पीएम मोदी के साथ होने वाली मुलाकात पर नजरें जमाएं हुए हैं। मुलाकात में रणनीतिक साझेदारी के अलावा रक्षा, काउंटर-टेररिज्म और व्यापार पर भी चर्चा होगी। इसके अलावा पीएम मोदी कुछ और देशों के प्रतिनिधियों से मुलाकात करेंगे।
इस वर्ष लेकिन फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैंक्रो ने उन देशों को भी आमंत्रित किया है जो इसके सदस्य नहीं हैं लेकिन ये देश अंतरराष्ट्रीय राजनीति में एक अहम किरदार अदा करते हैं। भारत के अलावा ऑस्ट्रेलिया, स्पेन, साउथ अफ्रीका, सेनेगल और रवांडा को भी मैंक्रो ने इनवाइट किया है। इस बार जी7 समिट में जो अहम मुद्दे छाए हुए हैं उनमें कश्मीर के अलावा ग्लोबल कॉरपोरेट टैक्स कोड, ईरान-अमेरिका तनाव के साथ क्लाइमेट कंट्रोल, यूक्रेन के अलावा भारत के न्यूक्लियर पॉवर प्रोजेक्ट्स शामिल हैं।