सलामी बल्लेबाज लोकेश राहुल ने शतक जड़ते हुए शानदार अंदाज में वनडे क्रिकेट में अंतरराष्ट्रीय पदार्पण किया। उन्होंने नाबाद 100 रन की पारी खेली, जिसकी बदौलत युवा खिलाड़ियों से सजी नई भारतीय टीम ने तीन मैचों की सीरीज के पहले मैच में यहां जिंबाब्वे को नौ विकेट से धूल चटाई। भारत ने 169 रन के मामूली लक्ष्य को 42.3 ओवर में हासिल कर लिया।
राहुल ने तेज गेंदबाज हैमिल्टन मसाकाद्जा पर डीप मिडविकेट पर छक्का जड़कर उस समय शतक पूरा किया जब भारत को मैच जीतने के लिए सिर्फ दो रन की दरकार थी। राहुल को अंबाती रायुडू (नाबाद 62) के रूप में योग्य साथी मिला। दोनों ने दूसरे विकेट के लिए 38 ओवरों में नाबाद 162 रन की साझेदारी की।
राहुल ने वनडे पदार्पण करते हुए किसी भी भारतीय बल्लेबाज का नया रिकॉर्ड बनाया। उनसे पहले यह रिकॉर्ड रॉबिन उथप्पा के नाम था जिन्होंने 2006 में इंदौर में अपना पहला वनडे मैच खेलते हुए इंग्लैंड के खिलाफ 86 रन बनाए थे।
महेंद्र सिंह धौनी की टीम ने शुरू से ही मैच पर अपना दबदबा बनाए रखा और मेजबान टीम कभी भी मुकाबला करती हुई नजर नहीं आई। जसप्रीत बुमराह (4/28), धवल कुलकर्णी (2/42) और बरिंदर सरां (2/42) ने तेज गेंदबाजों के मुफीद हालात का जमकर फायदा उठाया। हालांकि इसके बाद रायुडू और राहुल की जोड़ी ने धैर्य पूर्वक खेलते हुए मेहमान गेंदबाजों को विकेट के लिए तरसाए रखा।
दोनों ने अपनी साझेदारी के दौरान बहुत कम जोखिम भरे शॉट खेले, लेकिन दोनों ने अपनी बल्लेबाजी से काफी प्रभावित किया। रायुडू ने 29वीं पारी खेलते हुए अपना छठा अर्धशतक जड़ा और वनडे क्रिकेट में अपने 1000 रन पूरे किए। हालांकि एक ओर जहां राहुल ने अपने पदार्पण मैच में प्रभावित किया वहीं पदार्पण मैच खेल रहे एक अन्य बल्लेबाज करुण नायर (07) इस मौके को भुनाने में नाकाम रहे।
टेस्ट मैचों में ऑस्ट्रेलिया और श्रीलंका के खिलाफ एक-एक शतक जड़ चुके कर्नाटक के राहुल तेज और स्पिन गेंदबाजों को बेहतर तरीके से खेला। उन्होंने दोनों तरह की गेंदबाजी पर कुछ आकर्षक कवर ड्राइव और स्क्वॉयर कट लगाए। मामूली लक्ष्य और औसत गेंदबाजी के सामने राहुल और रायुडू ने पारी को जमाने का काम किया। दोनों किसी भी समय परेशानी में नजर नहीं आए।
इससे पहले धौनी ने टॉस जीतकर जिंबाब्वे को पहले बल्लेबाजी के लिए आमंत्रित किया। सरां, कुलकर्णी और बुमराह की तिकड़ी के आगे जिंबाब्वे की टीम सिर्फ 49.5 ओवर में 168 रन पर सिमट गई। हालांकि अक्षर पटेल (1/26) और पदार्पण कर रहे लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल (1/28) ने भी अपनी गेंदबाजी से प्रभावित किया।
एक समय जिंबाब्वे ने 24 ओवर में 77 रन पर पांच विकेट गंवा दिए थे और उसके लिए 150 रन तक पहुंचना भी मुश्किल नजर आ रहा था, लेकिन 200वां मैच खेल रहे एल्टन चिंगुबुरा ने 65 गेंदों पर 41 रन की पारी खेलकर उसे इस स्कोर तक पहुंचाया। चिंगुबुरा ने सिकंदर रजा (23) के साथ मिलकर छठे विकेट के लिए 38 रन की साझेदारी की।