वैश्विक बाजारों में सोने के दामों में भारी गिरावट के बीच भारत इस वर्ष तकरीबन 11 फीसदी वृद्धि के साथ एक हजार टन सोने का आयात करेगा। ऑल इंडिया जैम्स एंड ज्वैलरी ट्रेड फेडरेशन के मुताबिक देश का दूसरा सबसे बड़ा गोल्ड आयातक भारत ने वर्ष 2014 में 900 टन सोने का आयात किया था।
इस वर्ष यह आयात हजार टन से ज्यादा हो सकता है। फेडरेशन के चेयरमैन जीवी श्रीधर ने बताया कि इस वर्ष तकरीबन 100 टन सोना तस्करी के माध्यम से भी आया है। फेडरेशन के मुताबिक इस वर्ष अब तक 850 टन सोने का आयात हो चुका है जो कि पिछले वर्ष के समान अवधि के 650 टन से कहीं अधिक है।
आखिरी तिमाही में सोने का आयात 150 से 200 टन अनुमानित है जो कि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि के 300 टन सोने से कुछ कम है। वल्र्ड गोल्ड काउसिंल की भारत के संबंध में जारी रिपोर्ट में भी सोने के आयात बढऩे की बात कही गई थी।
स्थानीय जेवराती मांग आने तथा अंतरराष्ट्रीय बाजारों से मिले सकारात्मक संकेतों से मंगलवार को जयपुर सर्राफा बाजार में सोना स्टैंडर्ड लगातार तीसरे कारोबारी दिवस पर 150 रुपए मजबूत होकर 25,600 रुपए प्रति दस ग्राम पर पहुंच गया। जेवराती सोने के भाव भी सौ रुपए की तेजी के साथ 24,300 रुपए प्रति दस ग्राम बोले गए।
औद्योगिक मांग आने से चांदी हाजिर भी 300 रुपए चमककर 34,100 रुपए प्रति किलोग्राम बोली गई। चांदी रिफाइनरी 33,600, चांदी [999] [प्रति किलोग्राम] 34,100 रुपए। जेवराती सोना [प्रति दस ग्राम] 24,300 रुपए, 22/22 वापसी सोने का भाव 23,700, सोना [995] [प्रति दस ग्राम] 25,600 रुपए।