नयी दिल्ली : संभावित आतंकवादी हमले की खुफिया चेतावनी मिलने को देखते हुए गणतंत्र दिवस समारोह के लिए पूरे देश में सुरक्षा के अभूतपूर्व इंतजाम किए गए थे और समारोह शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुआ।
बहरहाल दक्षिण कश्मीर में एक मुठभेड़ के दौरान एक अज्ञात आतंकवादी मारा गया जबकि पठानकोट रेलवे स्टेशन पर एक लावारिस बैग के कारण उसमें बम होने की अफवाह फैल गई।
राष्ट्रीय राजधानी में जमीन से लेकर हवा तक सुरक्षा के अभूतपूर्व इंतजाम किए गए थे जहां हजारों सशस्त्र जवान चौकसी बरत रहे थे। इस बार के 67वें गणतंत्र दिवस समारोहों में फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद मुख्य अतिथि थे।
खुफिया सूचना को देखते हुए मध्य दिल्ली के आसपास के इलाकों को छावनी में तब्दील कर दिया गया। खुफिया सूचना थी कि आतंकवादी संगठन महानगर में कुछ महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों को निशाना बना सकते हैं। पठानकोट वायुसेना अड्डे पर आतंकवादी हमले के बाद ये उपाय किए गए।
गणतंत्र दिवस समारोह से पहले केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों और एनआईए ने आईएसआईएस आतंकवादी समूह से जुड़े 14 आतंकवादियों को गिरफ्तार कर एक मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया। अधिकारियों का दावा है कि उन्होंने महत्वपूर्ण स्थानों पर आतंकवादी हमले करने की योजना बनाई थी।
लाइट मशीन गन से लैस कमांडो दस महत्वपूर्ण स्थानों पर तैनात किए गए थे और राजधानी में दो स्थानों पर विमान भेदी तोप तैनात की गयी थीं। मध्य और नयी दिल्ली में करीब 50 हजार सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए थे जो चप्पे..चप्पे पर नजर रख रहे थे।
ऐतिहासिक राजपथ पर सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए गए थे जहां भारत की सैन्य क्षमता का प्रदर्शन किया गया। ओलांद राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी तथा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ बैठे हुए थे।