कोलंबो : भारतीय पत्रकारों के श्रीलंका दौरा कई मायनों में यादगार और ऐतिहासिक रहा। इस दौरे ने सार्क देशों के पत्रकारों को एक मंच पर आने की शुरुआत हुई और आईएफडब्लूजे के टीम लीडर हेमंत तिवारी ने भारतीय उच्चायुक्त सहित श्रीलंका की प्रमुख हस्तियों को कुंभ का प्रतीक चिन्ह भेंट कर आमंत्रण देते हुए सांस्कृतिक दूत की भूमिका निभाई।
श्रीलंका के पूर्व सूचना मंत्री ने भारतीय पत्रकारों से आग्रह किया कि श्रीलंका की गंभीर संकट में पहुंच चुकी लोकतांत्रिक व्यवस्था को स्थापित करने में मुखरता दिखाएं।
इस दौरे पर टिप्पणी करते हुए श्रीलंका में भारतीय उच्चायुक्त तरणजीत सिंह संधू ने कहा कि दोनों देशों के संबंधों को प्रगाढ़ करने में आई एफडब्लूजे के पत्रकारों की यह यात्रा एक सेतु का कार्य करेगी।
भारतीय दूतावास के आमंत्रण पर पहुंचे पत्रकारों के दल का प्रथम सचिव नितिन ओला ने सभी को प्रतीक चिन्ह भेंट कर स्वागत किया टीम।
लीडर हेमंत तिवारी ने श्रीलंका अशोक वाटिका के और विकास की ओर भी उच्चाधिकारियों का ध्यान आकर्षित किया।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा प्रदत्त कुम्भ के प्रतीक चिन्ह व अयोध्या की ऐतिहासिक आरती के चित्र को उच्चाधिकारियों, श्रीलंका प्रेस एसोसिएसन के पदाधिकारियों और राजनेताओं को भेंट कर उन्हें आमंत्रित किया गया।
एक सांस्कृतिक दूत की भूमिका निभाते हुए हेमंत तिवारी ने कुम्भआयोजन, अयोध्या आरती और अप्रवासी सम्मेलन पर विस्तार से प्रकाश डाला। प्रथम सचिव नितिन ने आश्वस्त किया कि इन आयोजनों में श्रीलंका की सक्रिय भागीदारी रहेगी।
श्रीलंका प्रेस एसोसिएशन और श्रीलंका पर्यटन बोर्ड द्वारा आयोजित इस दौरे में भारतीय दल ने श्रीलंका प्रेस एसोसिएशन के 63 वें स्थापना दिवस समारोह में शिरकत की व प्रमुख पर्यटक स्थलों का भ्रमण किया।
बौद्ध श्रद्धालुओं के अंतरराष्ट्रीय केंद्र कैंडी, जहां महात्मा बुद्ध का पवित्र दाँत रखा हुआ है, वहीं यूनेस्को द्वारा घोषित विश्व धरोहर सिगरिया पहाड़ी का भ्रमण कर वहां के स्थलों के सांस्कृतिक, ऐतिहासिक और पुरातात्विक संदर्भों की जानकारी ली। विश्व के प्रथम बौद्ध अभिलेखागार में पहुंचकर दल ने तथ्यों की जानकारी ली।
भारतीय दल का विभिन्न स्थलों पर अभूतपूर्व स्वागत हुआ ।कोलम्बो स्थित श्रीलंका फाउंडेसन में श्रीलंका प्रेस एसोसिएसन के समारोह में श्रीलंका के राष्ट्रीय नृत्य कंडियन द्वारा भारतीय पत्रकारों का स्वागत किया गया तो मातले भ्रमण के दौरान वहां के स्थानीय प्रेसक्लब ने सहभोज के साथ स्वागत किया।
श्री लंका के प्रसिद्ध हिल स्टेशन नुवारा इलिया में एसएलपीए की स्थानीय इकाई द्वारा स्वागत किया गया। इसके अतिरिक्त एसोसिएटेड न्यूज पेपर, डेली मिरर, सरसा नेटवर्क द्वारा भी भारतीय पत्रकारों का स्वागत किया किया गया।
हेमंत तिवारी ने इस अविस्मरणीय यात्रा पर टिप्पणी करते हुए कहा कि हम भौगोलिक रूप से भले ही बड़े हों, लेकिन श्रीलंका के लोगों का दिल बड़ा है।
भारतीय पत्रकारों के दल में बिश्वजीत बनर्जी , वीएस चतुर्वेदी , गीतिका तालुकदार, राजेश माहेश्वरी, सुभ्रांशु शेखर, रमेश ठाकुर, योगेश सोनी, लोकेश बाबू, सत्यनारायण, वेंकटप्पा, किरणकुमार , मंजुनाथ और श्रीकांत खतेई जैसे विभिन्न राज्यों के पत्रकार शामिल थे ।
@शाश्वत तिवारी