बीजिंग के एक डिप्लोमेटिक सोर्स के मुताबिक, भारतीय टीवी चैनल अब सिर्फ आईपी टीवी के जरिए ही देखे जा सकते हैं। बता दें कि वीपीएन के जरिए सेंसर की गई वेबसाइट्स को एक्सेस किया जा सकता है। हालांकि चीन वीपीएन को भी ब्लॉक कर रहा है। भारत की वेबसाइट ही नहीं चीन में गूगल और फेसबुक जैसी वेबसाइट भी बैन हैं।
नई दिल्ली : भारत के 59 चाइनीज ऐप पर रोक लगाए जाने के बाद चीन सरकार ने भी भारतीय वेबसाइट्स पर प्रतिबंध लगा दिया है। अब बिना वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क (वीपीएन) के भारतीय चैनल और वेबसाइट को चीन में नहीं एक्सेस किया जा सकेगा। हालांकि वीपीएन भी चीन सरकार ने फिलहाल बैन किया हुआ है। इससे भारतीय वेबसाइट किसी भी तरह से वहां नहीं खुल रही हैं।
बीजिंग के एक डिप्लोमेटिक सोर्स के मुताबिक, भारतीय टीवी चैनल अब सिर्फ आईपी टीवी के जरिए ही देखे जा सकते हैं। बता दें कि वीपीएन के जरिए सेंसर की गई वेबसाइट्स को एक्सेस किया जा सकता है। हालांकि चीन वीपीएन को भी ब्लॉक कर रहा है। भारत की वेबसाइट ही नहीं चीन में गूगल और फेसबुक जैसी वेबसाइट भी बैन हैं।
एक दिन पहले सोमवार को ही यूजर्स के डेटा की सुरक्षा और राष्ट्रीय सुरक्षा का हवाला देते हुए भारत सरकार ने 59 चीनी ऐप्स को बैन करने का फैसला लिया है। भारत की ओर से कहा गया है कि इन चाइनीज ऐप्स के सर्वर भारत से बाहर मौजूद हैं और इनके जरिए यूजर्स का डेटा चुराया जा रहा था। इन 59 ऐप्स में टिक टॉक, यूसी ब्राउजर, हेलो और शेयर इट जैसे काफी पॉपुलर ऐप्स भी हैं।
भारत और चीन के बीच बीते कुछ समय से तनाव चल रहा है। 15 जून को लद्दाख की गलवान वैली में भारत-चीन सैनिकों के बीच हुई हिंसक झड़प हुई थी। जिसमें 20 भारतीय सैनिकों की जान चली गई थी। इसके बाद से दोनों देशों के बीच तनाव बहुत बढ़ा हुआ है। ऐसे में भारत सरकार के ऐप पर बैन को आर्थिक स्तर पर चीन को झटका देने के लिहाज से भी देखा जा रहा है। वहीं चीन की सरकारी मीडिया की ओर से कहा गया है कि चीन से इस तरह के मुकाबले में भारत नुकसान उठाएगा।