भारतीय हॉकी टीम ने रविवार को महिला एशिया कप के फाइनल में चीन को मात देते हुए खिताब अपने नाम कर लिया है। भारत ने तय समय में मुकाबला 1-1 से ड्रॉ रहने के बाद पेनाल्टी शूटआउट में चीन को 5-4 से मात देते हुए खिताब पर कब्जा जमाया।
भारतीय महिला टीम का यह दूसरा एशिया कप खिताब है। इससे पहले भारत ने 2004 में इस प्रतिष्ठित खिताब को अपने नाम किया था जब उसने जापान को 1-0 से मात दी थी। इस जीत के साथ ही भारतीय टीम ने 2009 में इस टूर्नमेंट के खिताबी मुकाबले में मिली हार का बदला भी चुका लिया।
फाइनल टाइम तक स्कोर 1-1 से बराबर रहा। रिजल्ट के लिए मैच शूटआउट तक पहुंचा। भारतीय महिलाओं ने यहां बढ़िया संयोजन और सही रणनीति के साथ खेलते हुए 5-4 से जीत दर्ज कर खिताब अपने नाम कर लिया।
इससे पहले नवजोत कौर ने पहले हाफ में मैदानी गोल से टीम इंडिया को 1-0 से बढ़त दिलाई। नवजोत ने 25वें मिनट में शानदार गोल किया। हाफ टाइम तक स्कोर भारतीय टीम के पक्ष में था लेकिन 47वें मिनट में तिआनतिआन लुओ ने गोल से स्कोर 1-1 से बराबर कर दिया।
फिर रिजल्ट के लिए शूटआउट तक मैच पहुंचा। एक समय दोनों टीमें शूटआउट में 4-4 से बराबर थीं लेकिन सडन डेथ में रानी ने गोल कर दिया और स्कोर 5-4 हो गया।