इंदौर : वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्रीमती रूचिवर्धन मिश्र इन्दौर (शहर) व्दारा शहर में बड़े स्तर पर अवैध रूप से सट्टा संचालित करने वाले अपराधिक तत्वों के संबंध में सूचना संकलित कर उनके अड्डों पर छापामार कार्यवाही करते हुये सटोरियों की धरपकड़ करने हेतु इंदौर पुलिस को निर्देशित किया गया था। उक्त उक्त निर्देशों के तारतम्य में पुलिस अधीक्षक (मुख्यालय) इंदौर सूरज कुमार वर्मा के निर्देशन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (क्राईम) अमरेन्द्र सिंह द्वारा क्राईम ब्रांच की समस्त टीम प्रभारियों को इस दिशा में योजनाबद्ध तरीके से वैद्यानिक कार्यवाही करने हेतु समुचित दिशा निर्देश दिये गये।
इसी अनुक्रम में क्राईम ब्रांच इन्दौर की टीम द्वारा सट्टा संचालित करने वाले आपराधिक तत्वों के संबंध में सूचना संकलित करने के लिये मुखबिर तंत्र के सक्रिय किया गया तत्पष्चात् मुखबिर द्वारा सूचना प्राप्त हुई कि थाना संयोगितागंज क्षेत्र में अवैद्य रूप से सट्टे का संचालन किया जा रहा है। सूचना की गहन तस्दीक कर, क्राईम ब्रांच की टीम ने थाना संयोगितागंज पुलिस के साथ संयुक्त रूप से छापामार कार्यवाही करते हुये (1) राहुल सिलावट पिता कमल सिंह सिलावट उम्र 32 वर्ष निवासी 15/1 कलाली मौहल्ला इन्दौर (2) मोहम्मद सोहेल पिता इकबाल उम्र 23 वर्ष निवासी 06 छत्रीपुरा दरगाह चौराहा इन्दौर (3) वसीम पिता इसाक निवासी 38/10 कड़ाव घाट मुबई बाजार इन्दौर को पर्चियों के अंको पर रूपये पैसों के हार जीत का दाव लगाकर अवैद्य सट्टे का कारोबार करते हुये पकड़ा गया।
आरोपियों के कब्जे से 21500/- रूपये नगद, 02 कैल्कुलेटर, 04 मोबाईल, सहित लाखों रुपये की सट्टा पर्चियों का लेखा जोखा, बरामद हुआ है। उक्त घटनाक्रम के परिपेक्ष्य में थाना संयोगितागंज में तीनों आरोपियों के विरूद्ध अपराध क्रमांक 467/19 पब्लिक गेम्बलिंग (मध्य प्रदेश) एक्ट 1976 की धारा 4 (अ) के तहत पंजीबद्द किया गया है। आरोपियों के मोबाईल फोन में व्हाट्सऐप के माध्यम से भी सट्टे का कारोबार करने के तथ्य मिले है जिसके संबंध में तफ्तीष जारी है।
आरोपी राहुल सिलावट ने पुलिस टीम को प्रारंभिक पूछताछ में बताया कि वह कक्षा 10वीं तक पढ़ा है जोकि पूर्व में 3-4 वर्ष तक कैटरिगं का कार्य करता रहा जिसके माध्यम से उसने लोगों से संबंध स्थापित किये बाद कैटरिगं का काम छोड़कर, अपने साथियों के साथ मिलकर सट्टे का कारोबार करने लगा। आरोपी राहुल ने सट्टे का पर्ची नंबर ऑनलाईन sattamatka नामक वेबसाइट से खुलना कबूला है जिसका मुख्य संचालन गुजरात से होना बताया इस संबंध में पुलिस द्वारा विवेचना की जा रही है।
आरोपी वसीम ने बताया कि वह विगत कुछ माहों से राहुल सिलावट के साथ मिलकर सट्टा लिखने का कार्य करता था। आरोपी मोहम्मद सोहेल भी मोबाईन फोन पर ग्राहकों के आने वाले फोन कॉल रिसीव कर, सट्टे का हिसाब किताब रजिस्टर में नोट करता था। आरोपी सोहेल ग्राहकों के फोन सुनकर बताये भाव पर सट्टा रजिस्टर में लिख लेता था एवं राहुल सिलावट को देता था। यह काम वह दोपहर 2 से 6 बजे तक एवं रात में 9-12 बजे तक करता था। आरोपी ने बताया कि सट्टा अंक खुलने पर भुगतान राहुल सिलावट द्वारा ही किया जाता था।