इंदौर- मध्य प्रदेश के इंदौर के दीपक ढाकेता अब इस दुनिया में नहीं हैं लेकिन उन्होंने अपनी मौत से पहले तीन अलग अलग शहरों के चार लोगों को नई जिंदगी देकर वह एक मिसाल बन गए हैं। उनके शरीर के विभिन्न अंगों को तीन अलग शहरों के चार लोगों में ट्रांसप्लांट किया गया, जिससे उन्हें नया जीवन मिल सका।
टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के अनुसार इंदौर के रहने वाले 18 वर्षीय दीपक ढाकेता अखबार बांटने का काम करते थे। कुछ दिन पहले एक सड़क हादसे में वह गंभीर रूप से घायल हो गए।
उनका शहर के श्री औरबिंदो इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस में इलाज चल रहा था। दीपक की नाजुक हालत को देखते हुए अस्पताल के चिकित्सकों ने उनके परिजनों को इस बात के लिए राजी कर लिया था कि अगर उनकी मौत होती है तो उनके शरीर के महत्वपूर्ण अंग जरूरतमंद लोगों को दान कर दिए जाएंगे।
गुरुवार को चिकित्सकों ने उन्हें ब्रेन डेड घोषित कर दिया। इसके बाद शुरू हुआ वह मिशन जो अस्पताल के चिकित्सकों के लिए तो चुनौती था ही पुलिस और अन्य विभागों के लिए भी किसी मुश्किल टास्क से कम नहीं था।
दीपक की मौत के बाद उनके दिल, लीवर और दोनों किडनी को जरूरतमंद मरीजों में ट्रांसप्लांट किया जाना था, लेकिन दिक्कत ये थी कि किडनी के अलावा दिल और लीवर को इंदौर से बाहर भेजना था।