इंदौर- मध्य प्रदेश के इंदौर में क्राइम ब्रांच ने सेना के पूर्व ऑफिसर को पांच करोड़ से ज्यादा की ठगी करने के आरोप में अपनी गिरफ्त में लिया है ! आरोपी के पास से ओपनिंग फॉर्म, चेक और अन्य दस्तावेज जब्त किये हैं ! सैन्य अफसरों की मिलीभगत का अंदेशा ! इस मामले में इंदौर पुलिस तेलंगाना के सैन्य अफसरो के पास जांच के लिए जाएगी !
प्राप्त जानकारी अनुसार सीए के बेटे द्वारा धोखाधड़ी कर दूसरे के नाम से खोले गए बैंक खाते में ट्रांसफर हुए 5 करोड़ 36 लाख रुपए सेना के तेलंगाना स्थित एसबीआई बैंक खाते से भेजे गए थे ! इसमें सैन्य अफसरों की मिलीभगत की बात भी सामने आ रही है ! सेना के अधिकारियों ने खाता सेना का होने की पुष्टि इंदौर पुलिस को कर दी है !
इस बीच पुलिस ने बैंक ऑफ इंडिया की स्नेह नगर शाखा इंदौर में छानबीन की और ओपनिंग फॉर्म, चेक और अन्य दस्तावेज जब्त किए ! और क्राइम ब्रांच ने बडी कारवाही करते हुए साउथ से मुख्य आरोपी राजकुमार चौधरी पूर्व स्टोर किपर नेवी आर्मी केन्टीन को गिरफ्तार किया हैं ! इस मामले में तिन आरोपी सीए का बेटा राजरतन, विनोद डाबर और भूपेश जोशी को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुके हैं ! इंदौर पुलिस के हाथ लगा यह हैं 5 करोड़ की ठगी का मुख्य आरोपी सेना के नेवी केंटीन का पूर्व संचालक राजकुमार चौधरी जिसे क्राइम ब्रांच ने पकड़ा हैं ! अब इंदौर पुलिस तेलंगाना के सैन्य अफसरो के पास जांच के लिए जाएगी !
इंदौर क्राइम ब्रांच के अधिकारियों के मुताबिक नीलिमा जैन की फर्म नील इंटरप्राइजेस के नाम से स्नेहनगर शाखा में ही खाता खोला गया था ! यह खाता सीए कमलनयन सिंघल के बेटे रामरतन ने बैंक के लोन मैनेजर भूपेश जोशी से सांठगांठ कर 2014 में खोला था ! इसमें 5.36 करोड़ रुपए तेलंगाना के रंगा रेड्डी जिले की एसबीआई ब्रांच से भेजे गए थे ! जिस खाते से रुपए ट्रांसफर हुए वह सेना का है ! इसके बाद डीआईजी संतोष कुमार सिंह और क्राइम ब्रांच के अफसरों ने सैन्य अफसरों से जानकारी ली, जिसमें पुष्टि हुई की यह खाता सेना का ही है ! सेना ने ट्रांजेक्शन के लिए एसबीआई को नोडल बैंक बनाया है !
इसी की विभिन्न शाखाओं से सेना द्वारा की जाने वाली खरीद-फरोख्त व अन्य प्रकार की करोड़ों की राशि का ट्रांजेक्शन प्रतिदिन होता है ! क्राइम ब्रांच की टीम आरोपी लोन मैनेजर भूपेश जोशी को बैंक आॅफ इंडिया की स्नेह नगर शाखा लेकर गई ! वहां पर नीलिमा के नाम से खोले गए खाते का ओपनिंग फार्म, चेक व अन्य दस्तावेज जब्त किए गए !
दरअसल 5.36 करोड़ की यह राशि नीलिमा के नील इंटरप्राइजेस के नाम से खोले गए खाते में आती है ! यहां से सेल्फ चेक द्वारा दो करोड़ निकाले जाते हैं ! जबकि 2.90 करोड़ राजकुमार चौधरी के खाते में डाले गए और फिर उसे वहां से निकाल लिया गया !
वहीं 4.82 लाख सूरत के अंबाराम चौधरी के खाते में डालकर वहां से निकाले गए ! राजकुमार ग्राम कैलोद का रहने वाला है और सेना का पूर्व अफसर है! पुलिस जांच कर रही है कि आखिर सेना के खाते से नीलिमा के खाते में यह राशि क्यों ट्रांसफर की गई ! इन सभी सवालों के जवाब अब राजकुमार की गिरफ्तारी के बाद जल्द ही मिलेंगे !
@समीर खान