इंदौर- एमवाय अस्पताल में एक बार फिर जूनियर डॉक्टर और मरीज के परिजन के बीच हाथापाई हो गई। वार्ड में मोबाइल पर बात करने से शुरू हुई कहासुनी मारपीट तक पहुंच गई। परिजन ने डॉक्टरों पर कमरे में बंद कर मारपीट का आरोप लगाया तो डॉक्टर ने मरीज के परिजन पर गाली-गलौज और पुलिस वालों के साथ मिलकर मारने का आरोप लगाया। इसके विरोध में सोमवार को जूनियर डॉक्टर्स ने हड़ताल कर दी। ओटी में भी मरीजों को ऑपरेशन के लिए इंतजार करना पड़ा। इस दौरान मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ा।
परिजन थाने में डॉक्टरों के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाने पहुंच गए। कुछ देर बाद डॉक्टर भी काम बंद कर थाने पहुंच गए। दोनों पक्षों की शिकायत पर एक-दूसरे के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है। उधर, घटना के बाद जूनियर डॉक्टरों ने काम बंद कर दिया। सोमवार को ओपीडी में काम नहीं करने की घोषणा कर दी थी।
घटना रविवार तकरीबन सुबह साढ़े 11 बजे बजे एमवायएच की दूसरी मंजिल स्थित हड्डी रोग विभाग के वार्ड नं. 9 में हुई। इस वार्ड में मानपुर निवासी मोहरसिंह डाबर भर्ती हैं। उनके दामाद विष्णु डाबर के साथ परिचित अनूप डाबर भी वार्ड में मौजूद था। अनूप वार्ड में फोन पर बात कर रहा था, जिस पर ड्यूटी कर रहे जूनियर डॉक्टर कुमार राहुल ने आपत्ति ली। दोनों में कुछ कहासुनी के बाद अनूप नीचे चला गया। अनूप का आरोप है कि मेरे नीचे जाने के बाद डॉ. कुमार राहुल और उनके तीन-चार साथियों ने विष्णु का मोबाइल छीना और कमरे में ले जाकर इतना पीटा कि उसे एक कान से सुनने में परेशानी होने लगी है।
उधर, डॉक्टर ने आरोप लगाया कि विष्णु उन्हें पीछे से आकर मारने की कोशिश कर रहा था। जब विष्णु को लेकर नीचे शिकायत करने जा रहे थे तो अनूप डॉक्टरों को देखकर बौखला गया और डॉक्टर के साथ झूमाझटकी कर थप्पड़ जड़ दिया। इस दौरान दो पुलिस वाले भी मौजूद थे। संयोगितागंज पुलिस के अनुसार डॉ. कुमार राहुल की शिकायत पर मोहरसिंह के परिजन, दो पुलिसकर्मी व अन्य साथी और विष्णु की शिकायत पर डॉ. कुमार राहुल, डॉ. हर्षवर्धन व अन्य डॉक्टर पर केस दर्ज किया है।
विष्णु ने कहा कि मैं तो विवाद सुलझाने की कोशिश कर रहा था। डॉक्टरों ने मुझे ही पीट दिया। डॉ. राहुल ने कहा कि हम नीचे सीएमओ रूम में परिजन के गाली-गलौज की शिकायत करने गए तब अनूप दो पुलिस वालों के साथ लिफ्ट के बाहर मिला। वह बुरी तरह पीटने लगा। इस दौरान पुलिस वाले सिर्फ देखते रहे।
जूनियर डॉक्टरों ने काम बंद किया
उधर घटना के बाद जूनियर डॉक्टरों अस्पताल में काम बंद कर दिया। पुलिस द्वारा डॉक्टर पर भी प्रकरण दर्ज करने के बाद जूनियर डॉक्टर नाराज हो गए। उन्होंने डीन डॉ. आरके माथुर से चर्चा की। डीन ने उन्हें सोमवार को सीसीटीवी फुटेज देखने के बाद निर्णय लेने का आश्वासन दिया।
उधर जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. अनिल सोलंकी ने कहा कि घटना के विरोध में डॉक्टरों ने काम बंद कर दिया है। सोमवार को जूनियर डॉक्टर ओपीडी में काम नहीं करेंगे लेकिन इमरजेंसी सर्विसेस चालू रहेगी। डीन से बातचीत के निष्कर्ष के आधार पर सोमवार को हड़ताल पर फैसला लिया जाएगा।