madhya pradesh के महू में पांच वर्षीय बालिका से दुष्कर्म के बाद हत्या करने वाले आरोपी की रिमांड खत्म होने के बाद शनिवार को पुलिस ने उसे कोर्ट में पेश किया। अओपी को पुलिस जैसे ही कोर्ट लेकर पहुंची, वहां मौजूद वकीलों ने आक्रोशित होकर उसकी धुनाई कर दी।
पुलिस जैसे-तैसे उसे बचाकर वहां से ले गई। इस दौरान लोग आरोपी को भीड़ को सौंपने की मांग करते रहे। दूसरी ओर, दरिंदे को जल्द कड़ी सजा मिले। इसलिए पुलिस घंटे गिनकर काम कर रही है। पुलिस आरोपी को पकड़ने के दिन से लेकर सात दिन के भीतर चालान पेश कर ट्रायल शुरू करवाने की तैयारी कर रही है। वहीं मामले का केस फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाने की योजना है।
कोतवाली पुलिस द्वारा आरोपी अंकित से तीन दिन के रिमांड के दौरान पहले दिन पूरी घटना का रिकॉल कराने के साथ ही स्पॉट वेरीफिकेशन करवाया था। वहीं शुक्रवार को दिनभर पुलिस कागजी कार्रवाई में जुटी रही।
इसके अलावा आरोपी से वारदात को लेकर और जरूरी साक्ष्य जुटाने के साथ पूछताछ की गई। मामले में पुलिस जल्द चालान पेश कर केस को फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाने वाली है।
इसके लिए एसआईटी का गठन भी किया गया। मुख्य विवेचना अधिकारी एसडीओपी विनोद शर्मा को नियुक्त किया गया है। शुक्रवार को पुलिस ने डीएनए रिपोर्ट के लिए महत्वापूर्ण साक्ष्यों की सैंपलिंग कर सैंपलों को एफएसएल की लैब भी भेज दिया है।
जानकारी के मुताबिक अंकित ठेला लगाता था और डीजे पर काम करता था। अंकित विजयवर्गीय की पत्नी गर्भवती है। आरोपी ने नशे में उसके साथ दुष्कर्म किया तो मासूम रोने लगी, इसके बाद उसने मुंह दबाकर उसे मार दिया और फिर घर जाकर सो गया। पुलिस ने आस-पास के इलाकों की सीसीटीवी फुटेज खंगाली तो अंकित उसमें नजर आया।
जब पुलिस ने उसे पकड़कर पूछताछ शुरू की तो पता चला कि वह पहले भी ऐसी वारदत कर चुका है। पुलिस को सीसीटीवी में अंकित की धुंधली तस्वीर मिली थी, जिसके बाद पुलिस ने उसे इंदौर में ठीक करवाया था और आरोपी की चाल और जूते और कपड़े से उसकी जानकारी निकाली और उसे गिरफ्तार कर लिया। अंकित ने पुलिस को बताया कि वो लगातार उनकी गतिविधियों पर नजर बनाए हुए था।