इंदौर – केंद्रीय सड़क परिवहन, राजमार्ग और शिपिंग मंत्री नितिन गडकरी 19 दिसंबर को इंडियन रोड कांग्रेस (आईआरसी) के अधिवेशन के उद्घाटन समारोह में आएंगे। लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन की ओर से मंत्री को शहर की जरूरतों के हिसाब से ड्राफ्ट प्लान दिया जाएगा। इसमें सबसे बड़ी मांग नेशनल हाईवे 59-ए (इंदौर-बैतूल) और स्टेट हाईवे 27 (इंदौर-इच्छापुर, इंदौर-उज्जैन और उज्जैन-झालावाड़ रोड) को फोर लेन में बदलने की होगी।
हालांकि मंत्रालय स्तर पर पहले भी महाजन की ओर से यह मांग उठाई जा चुकी है। सूत्रों का कहना है कि गडकरी कोई बड़ी घोषणा भी कर सकते हैं। महानगर विकास परिषद के कार्यक्रम के दौरान मंत्री के समक्ष हर मांग का संक्षिप्त ब्योरा दिया जाएगा।
स्पीकर के प्रतिनिधि राजेश अग्रवाल ने बताया कि इंदौर-बैतूल हाईवे यदि फोर लेन होता है तो अहमदाबाद से नागपुर और नागपुर से कोलकाता तक फोर लेन रोड उपलब्ध हो जाएगी। इससे माल परिवहन काफी सुगम होगा।
इसी तरह स्टेट हाईवे 27 इंदौर-इच्छापुर, इंदौर-उज्जैन और उज्जैन-झालावाड़ रोड को नेशनल हाईवे घोषित कर इसे पूरी तरह से फोर लेन में बदलना जरूरी है। यह रोड राजस्थान से मध्यप्रदेश होते हुए महाराष्ट्र को जोड़ता है इसलिए इसे नेशनल हाईवे घोषित करने में तकनीकी समस्या नहीं है। इंदौर-इच्छापुर फोर लेन रोड बनाने का मामला सरकारी प्रक्रिया में है।
गडकरी के समक्ष इंदौर के पूर्वी बायपास के व्यवस्थित विकास पर जोर देने का आग्रह किया जाएगा। इसमें दोनों ओर मुकम्मल लंबाई में सर्विस रोड बनाने के साथ स्ट्रीट लाइट लगाने की मांग की जाएगी। मंत्री से बायपास के एमआर-10 जंक्शन पर फ्लाईओवर बनाने की स्वीकृति ली जाएगी। तीनों कार्यों पर करीब 125 करोड़ का खर्च अनुमानित है।
मांगलिया से राऊ तक 45 किमी लंबे पश्चिमी बायपास की भी मंजूरी देने की भी मांग की जाएगी। करीब पांच साल पहले नेशनल हाईवेज अथॉरिटी ने इसका प्रस्ताव बनाया था। धार रोड से एबी रोड को जोड़ने की भी मांग करेंगे। इसमें राऊ-रंगवासा-नावदापंथ होते हुए एलिवेटेड कॉरिडोर बनाने की योजना है। इससे इंदौर-अहमदाबाद हाईवे और एबी रोड जुड़ जाएंगे।